कोविड कर्फ्यू में और राहत की मांग तेज
उत्तराखंड के 11 जनपदों में संक्रमण दर पांच फीसदी से कम
8.15 फीसदी के साथ अल्मोड़ा जिला अव्वल
सबसे कम 1.56 फीसदी संक्रमण हरिद्वार में
देहरादून। केंद्र सरकार के मानकों के अऩुसार यूपी और दिल्ली समेत कई राज्यों ने कोविड कर्फ्यू लगभग खत्म सा कर दिया है। लेकिन उत्तराखंड में अभी खासी सख्ती है। अहम बात यह है कि उत्तराखंड के 13 में से 11 जनपदों में केंद्र से तय मानक पांच फीसदी से कम संक्रमण है। ऐसे में उत्तराखंड में कोविड कर्फ्यू में और राहत देने की मांग तेज हो रही है।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फॉउंडेशन ने 31 मई से छह जून तक के संक्रमण दर के आंकड़े जारी किए हैं। इस संस्था के मुखिया अनूप नौटियाल ने कहा कि इस अवधि में पूरे राज्य में संक्रमण दर महज 2.94 फीसदी है। राज्य के 11 जनपदों में संक्रमण दर पांच फीसदी से कम है। इनमें पिथौरागढ़ में 4.93, चमोली में 4.90, रुद्रप्रयाग में 4.29, पौड़ी में 4.28, देहरादून में 2.98, उत्तरकाशी में 2.70, बागेश्वर में 2.56 चंपावत में 2.20 टिहरी में 2.19, ऊधमसिंह नगर में 1.88 और हरिद्वार में 1.56 फीसदी ही संक्रमण दर है। अल्मोड़ा जिले में सबसे ज्यादा संक्रमण दर 8.15 है। इसी तरह नैनीताल जिले में संक्रमण दर 5.40 है।
राज्य में संक्रमण दर पांच फीसदी से कम होने की वजह से आठ जून ने कोविड कर्फ्यू में बड़ी राहत की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन सरकार ने इस 15 जून तक बढ़ा दिया है। यह जरूर है कि पहले की तुलना में कुछ रियायतें बढ़ाईं है। लेकिन व्यापारी वर्ग व अन्य लोग इससे संतुष्ट नहीं हैं। इनका कहना है कि जब यूपी और दिल्ली में अनलॉक कर दिया गया है तो यहां ऐसा क्यों नहीं किया जा रहा है। बाजार बंद होने से व्यापारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो रहा है। सामाजिक संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फॉउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल कहते हैं कि सरकार को कर्फ्यू में और राहत देनी चाहिए।