रेखा के बाद हरदा का हरक पर ‘हमला’
कर्मकार बोर्ड में कथित घोटाले की जांच के बुधवार को देंगे धरना
देहरादून। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने ही अंदाज में सियासत कर रहे हैं। उन्होंने पहले कांग्रेस से बगावत कर मंत्री बनी रेखा आर्य पर सियासी हमला किया तो अब एक और बगावती हरक सिंह रावत को घेरने की कोशिश की है। अहम बात यह भी है कि हरदा ये सियासी हमले प्रदेश कांग्रेस के इतर रहकर कर रहे हैं।
श्रम मंत्री हरक सिंह रावत के कार्यों पर जांच की बात सरकार तो कर ही रही है। अब हरीश रावत भी मैदान में आ गए हैं। एक तरह से वो सरकार की मदद ही कर रहे हैं। हरदा ने साफ कर दिया है कि कर्मकार बोर्ड के कारनामों कीं जांच होनी ही चाहिए।
क्या भाजपा और आप नेता के एनजीओ की भी होगी जांच
अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि क्या जांच के दायरे में एक भाजपा नेत्री और एक आप नेता के एनजीओ भी आएंगे। इन दो एनजीओ को करोड़ों रुपये बोर्ड ने दिए हैं। एक नेत्री को तो अभी हाल में ही संगठन में एक अहम ओहदा भी दिया गया है।
ये है हरदा का सियासी खेल
केंद्र सरकार ने बड़े अरमानों से भवन निर्माण व दूसरे निर्माण कार्यों में कार्यरत कर्मकारों के लिये एक बोर्ड का गठन किया और सरकार के प्रत्येक प्रोजेक्ट में सेस लगाने का एक अधिकार कानून बनाकर लिया, ताकि उस सेस की धनराशि से हर राज्य अपने राज्य के अंदर कर्मकार बोर्ड गठित कर उसके माध्यम से ऐसे श्रमिकों के आवास, शौचालय, आने-जाने के लिये साइकिल, उनको टूलबॉक्स, ईलाज के लिये धनराशि, लड़कियों की शादी आदि के लिये धनराशि उपलब्ध करवाने का काम करें। जब मैं, राज्य का मुख्यमंत्री बन कर आया, तो मैंने इस बोर्ड को रिवाइव किया और सेस इकट्ठा करना शुरू किया, पंजीकरण प्रारंभ किया, ढाई लाख से ज्यादा लोग पंजीकृत हुये, जगह-जगह गाड़ियां व मोबाईल वैन भेज करके प्रचार के माध्यम से लोगों को पंजीकृत करवाया और लोगों को सहायता देनी प्रारंभ की। 2017 में इस बोर्ड के पास ढाई सौ करोड़ से ज्यादा की धनराशि थी, जो कालांतर में बढ़कर के ढाई गुनी हो गई होगी। अब इधर #भाजपा के शासनकाल में इस धनराशि में बड़े घोटाले की बात प्रकाश में आयी है, मजदूरों का पैसा है, श्रमिकों का पैसा है, उसमें जिस तरह की घोटाले की बात सामने आई है, उससे मैं बहुत आहत महसूस कर रहा हूं। मैंने तय किया है कि मैं12 नवंबर, 2020 को अपने देहरादून स्थित आवास पर इस घोटाले की विरोध में जन जागरण के लिए सांकेतिक उपवास पर बैठूंगा। मैं आप सबको भी आमंत्रित करता हूं कि इस 400 करोड़ रुपये से ऊपर के घोटाले में आवाज बुलंद करें।