कोरोना किट वितरण पर सवाल !
होम आइसोलेशन वाले पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य महकमा दे रहा किट
तमाम मरीजों तक नहीं पहुंच रही ये किट
देहरादून। होम आइसोलेशन में जाने वाले कोराना पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य महकमे की ओर से एक-एक कोराना किट वितरित की जा रही है। तमाम मरीजों को इसकी जानकारी ही नहीं और ये किट उन तक नहीं पहुंच रही हैं। इस मामले में स्वास्थ्य महकमे की मुखिया कुछ बताने को ही तैयार नहीं हैं।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन की सुविधा भी सरकार ने दी है। इसके तहत स्वास्थ्य महकमे के लोग मरीज से फोन पर संपर्क में रहते हैं। साथ ही सभी मरीजों को एक-एक कोरोना किट भी दी जा रही है। इसमें आक्सीमीटर के साथ ही दो सप्ताह की दवाइयां और मास्क आदि भी हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ देहरादून निवासी हिमांशु कुमार से स्वास्थ्य की जानकारी ली गई। फोन करने वाले ने पूछा कि कोराना किट का सही इस्तेमाल कर रहे हैं। उसे जब बताया गया कि कोई किट नहीं दी गई तो तो फोन करने वाला भी आश्चर्य में पड़ गया।
इस पर हिमांशु ने पॉजिटिव आए अन्य परिचितों से भी इस किट के बारे में पूछा तो पता चला कि किसी को भी इस तरह की कोई किट नहीं दी गई है। पूछताछ ज्यादा बढ़ी तो आज शुक्रवार को कुछ लोग कोरोना किट लेकर हिमांशु के घर गए। उस समय पर आइसोलेशन पीरियड खत्म हो चुका था। लिहाजा इस उन्होंने कोरोना किट लेने से इंकार कर दिया।
अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब होम आइसोलेशन वाले मरीज को कोरोना किट देने की व्यवस्था है तो लोगों को दी क्यों नहीं जा रही है। ऐसे में लगभग दो हजार रुपये कीमत वाली इस कोरोना किट के वितरण पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस मामले में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती से बात करने की कोशिश की गई। लेकिन उन्होंने फोन पिक नहीं किया। वर्जन लेने के लिए मैसेज भी किया गया। फिर भी कोई उत्तर नहीं आया। कोरोना के नोडल अफसर और एडीएम गुणवंत जी से प्रयास के बाद भी संपर्क नहीं हो सका। इस मामले में महानिदेशक या नोडल अफसर का पक्ष अगर मिलता है तो उसका प्रकाशन किया जाएगा।