कोरोनाः पहाड़ की तुलना में मैदान में ज्यादा केस
मैदान की आबादी 66 फीसदी और कुल केस हो गए 78 फीसदी
गढ़वाल मंडल में कुमाऊं की तुलना में दो गुने मामले
पिथौरागढ़ में सबसे कम व उत्तराकाशी में ज्यादा केस
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फॉउंडेशन की रिसर्च
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते संकट के बीच एक अजब खबर ये आ रही है कि पहाड़ की तुलना में यह तेजी से बढ़ रहा है। एक रिसर्च के अनुसार राज्य के चार मैदानी जनपदों में राज्य की कुल आबादी का हिस्सा 66 फीसदी है। लेकिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में यह हिस्सेदारी 78 फीसदी है। दोनों मंडलों की बात करें तो गढ़वाल में कुमाऊं की तुलना में दो गुने प्रकरण सामने आ चुके हैं।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फॉउंडेशन नामक एक गैरसरकारी संस्था सरकार की ओर से जारी होने वाले बुलेटिन पर नियमित रिसर्च कर रही है। इस संस्था के मुखिया अनूप नौटियाल ने अपने ताजा ट्विट में ताजा हालात का जिक्र किया है। अनूप ने 2020 की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर रिसर्च की है। इसमें कहा गया है कि राज्य के चार मैदानी जनपदों की आबादी 66 फीसदी है। लेकिन करोना संक्रमितों की संख्या 78 फीसदी है। रिसर्च के अनुसार गढ़वाल मंडल में के पर्वतीय जिलों में संक्रमितों की संख्या 2536 है और कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में यह संख्या महज 114 है। पर्वतीय जिलों की बात करें तो उत्तरकाशी में प्रति लाख में से 211 लोग संक्रमित हैं तो पिथौरागढ़ में यह संख्या प्रति लाख पर महज 48 ही है।