मौजूदा सीएस उत्पल बनेंगे विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। सूबे के नए मुख्य सचिव को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगता दिख रहा है। सूत्रों का कहना है कि अगर कोई बड़ी उलटफेर नहीं हुआ को अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश शासन के सर्वोच्च पद पद मुख्य सचिव की कुर्सी पर आसीन हो जाएंगे। इतना ही नहीं मौजूदा मुख्य सचिव उत्पत कुमार सिंह को उत्तराखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष की ओहदा मिल सकता है।
मुख्य सचिव सिंह आने वाली 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ऐसे में उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाओं और कयासों का दौर स्वभाविक ही है। अब उच्च पदस्थ सूत्रों का दावा है कि अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश को अगला मुख्य सचिव बनाया जा सकता है। ओमप्रकाश 1987 बैच के आईएएस अफसर हैं और इस बैच का कोई दूसरा अफसर उत्तराखंड कैडर में नहीं है।
ऐसा दावा करने वालों के अपने तर्क है। उत्तराखंड कैडर के सबसे सीनियर अफसर अनूप बधावन हैं। बधावन इस समय केंद्र सरकार में कार्मस सचिव है। मौजूदा मुख्य सचिव उत्पल 1986 बैच हैं। बधावन एक साल सीनियर होने के बाद भी उत्तराखंड नहीं आए और मौका उत्पल को मिल गया। अब बधावन उत्तराखंड वापस आएंगे, इसकी संभावना न के बराबर ही है।
अन्य अफसरों की बात करें तो अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी 1988 बैच की है। इसी बैच के उत्तराखंड कैडर के एक अन्य अफसर एसएस संधू इस समय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में सर्वोच्च पद पर है। उनके भी फिलहाल उत्तराखंड लौटने की संभावना नहीं है। राधा रतूड़ी के पति और आईपीएस अफसर अनिल रतूडी इस समय पुलिस महकमे के मुखिया है। ऐसे में भी उनके नाम पर मंथन की संभावना कम ही है। एक और अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार 1990 बैच की हैं। इन्हीं आधारों पर सूत्रों का दावा है कि ओमप्रकाश ही उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव होंगे।
इधर, सेवा निवृत्त नौकरशाहों को एडजस्ट करने की दिशा में एक बार फिर काम हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि मौजूदा मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को राज्य विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस पद के लिए आवेदन मांगे जा चुके थे। लेकिन ऊर्जा विभाग ने पुराने आ चुके आवेदनों के अलावा नए पात्र लोगों से भी आवेदन मांगे हैं। माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद की चय प्रक्रिया पूरी होते ही मुख्य सचिव सिंह वीआरएस लेकर यह पद संभाल लेंगे।