दिव्यांगों के लिए लाभप्रद साबित होगी वेथसत्थी मर्म चिकित्सा – उषा चौधरी।
दिव्यांगों के लिए लाभप्रद साबित होगी वेथसत्थी मर्म चिकित्सा – उषा चौधरी।
– रामनगर के दिव्यांग विद्यालय यू0एस0आर0 इंदू समिति में शिविर का आयोजन।
– स्वास्थ्य शिविर के पहले सत्र में कोयंबटूर से आए चिकित्सकों ने किया आगाज।
रामनगर। रामनगर के दिव्यांग विद्यालय यू0एस0आर इंदू समिति में नाभि योग संस्थान, काशीपुर और एरी फांउडेशन, कोयंबटूर, तमिलनाडु से आए चिकित्सकों के द्वारा वात्सल्य भावम् स्वास्थ्य शिविर का आयेाजन किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन कार्यक्रम का शुभारंभ काशीपुर की मेयर उषा चौधरी और आर्मी कैंप हेमपुर डिपो, के कर्नल कार्टर एलोराज ने दीप प्रज्जवलित कर संयुक्त रूप से किया। मेयर उषा चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांग बालक- बालिकाओं के लिए नाभि योग संस्थान के द्वारा दक्षिण भारत की लोकप्रिय वेथसत्थी मर्म चिकित्सा का शिविर आयोजित करना एक सराहनीय पहल है। इस तरह के शिविर दिव्यांगों के लिए अत्यंत लाभदायक हैं।
कार्यक्रम में नाभि योग संस्थान के निर्भय सिंह ने बताया कि वेथसत्थी मर्म चिकित्सा पर आधारित यह शिविर पहली बार उत्तर भारत में आयोजित हो रहा है। जिसमें नोएडा, दिल्ली, हरियाणा, देहरादून से आए सैंकडों दिव्यांग लाभार्थियों को इस कार्यक्रम से लाभ पहुंचेगा। कार्यक्रम में एरी फांडउेशन, कोयंबटूर, तमिलनाडु से आए मुख्य चिकित्सक एन0 शनगुमन और सुरेश मनोहरन ने वेथसत्थी मर्म चिकित्सा के कई प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह चिकित्सा पद्वति पारंपरिक चिकित्सा पद्वति है, जिससे तकरीबन तीन हजार से अधिक दिव्यांग आज तक लाभान्वित हो चुके हैं।
आधुनिक चिकित्सा की तुलना में वेथसत्थी मर्म चिकित्सा पद्वति किसी भी रोग को जड से समाप्त करने में सहायक साबित होती है। दिव्यांगता के मानसिक मंदता, आटिज्म, सेरेबरल पल्सी से प्रभावित पाल्यों के लिए इस शिविर का आयोजन उत्तर भारत में पहली बार यूएसआर इंदू समिति में किया जा रहा है।
कार्यक्रम में यूएसआर इंदू समिति के प्रबंधक संदीप रावत नाभि योग संस्थान, काशीपुर के जितेन्द्र प्रताप सिंह गांधी, निर्भय प्रताप सिंह, शुभ्रा निषाद काशीपुर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मनोज जोशी, पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनगर संजय नेगी, सांसद प्रतिनिधि इंदर रावत, उर्वशी बाली, सत्येंद्र चौहान, कोयंबटूर से आए डा0 एन0 शनगुमन, डा0 एम0 रेनूका, डा0 सुरेश मनोहरन आदि मौजुद रहे।