‘धड़ अलग कर देगी कांपते हाथों की शमशीर’
हरदा पर रणजीत के हमले का इन लफ्जों में जवाब
रामनगर के पूर्व प्रमुख संजय की पोस्ट
गुरु और चेले के बीच जंग हो रही तेज
देहरादून। एक दौरा सियासी गुरु चेले रहे हरीश रावत और रणजीत रावत के बीच तल्खी खासी बढ़ रही है। रणजीत ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में यह कहते हुए हरदा पर हमला किया था कि कांपते हाथों से शमशीर नहीं उठती। अब हरदा की ओर से रामनगर के ब्लाक प्रमुख ने लिखा है कि सर धड़ से अगल कर देती है कांपते हाथों से उठी शमशीर। माना जा रहा है कि यह विवाद अभी और तूल पकड़ेगा।
रामनगर निवासी संजय नेगी ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि कंपकपाते हाथों ने जब भी हमारी शमशीर उठी है। बगावत करने वालों के सर से धड़ अलग करके ही लौटी है। तेरे हाथों को भी कभी इन्हीं हाथों ने थामा था। नादान फिर कैसे सोच लिया कि इन हाथों में ताकत की कमी है। संजय की इस पोस्ट पर हरदा की जमकर तारीफ की जा रही है।
माना जा रहा है कि पूर्व प्रमुख ने अपनी यह पोस्ट रणजीत रावत के लिए ही लिखी है। यहां बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के स्वागत समारोह में कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने एक शेर पढ़ा था। इसमें कहा गया था कि कांपते हाथों से शमशीर नहीं उठती। उसी समय चर्चा थी कि उनका इशारा हरदा की ओर से है और जल्द ही इसका काउंटर भी किया जाएगा।
ये कहा था रणजीत रावत ने—-‘कांपते हाथों से शमशीर नहीं उठा करती’