हरदा ने अजब अंदाज में की त्रिवेंद्र की “पैरवी”
बोले,मोदी के शासन में सीएम को काम न करने दिया जाता
जो द्वयमूर्ति का आज्ञाकारी वो नॉन परफॉरमर
देहरादून। कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत को यूं ही खांटी नेता नहीं कहा जाता। एक चैनल के सर्वे पर हरदा जो टिप्पणी की है, उसे सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की एक तरह से पैरवी भी माना जा सकता है। हरदा का कहना है कि मोदी शासन में मुख्यमंत्रियों को काम ही न करने दिया जा रहा है।
पिछले दो रोज से उत्तराखंड के सीएम को लेकर एक चैनल का सर्वे खासा चर्चा में है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अपने अंदाज में पैरोकारी कर चुके कांग्रेसी दिग्गज हरीश रावत इस मुद्दे पर भी अपने अंदाज में बात कर रहे हैं। मीडिया ने उनसे इस सर्वे पर सवाल पूछा तो हरदा बोले, मोदी शासन में मुख्यमंत्रियों को काम ही न करने दिया जाता है। ऐसा कहकर हरदा ने एक तरह त्रिवेंद्र की पैरवी भी की। और बता दिया कि त्रिवेंद्र क्यों काम नहीं कर पा रहे हैं।
दूसरी ओर हरदा ने यह भी कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्रियों में जो सबसे आज्ञाकारी है वो सबसे बड़ा नॉन परफॉरमर हैं। एक सवाल पर हरदा बोले, सीएम भी द्वयमूर्ति के आज्ञाकारी हैं। यही वजह है कि सीएम का आम जनता से कोई वास्ता ही न रह गया है। यहां बता दें कि इससे पहले भी हरदा कह चुके हैं कि पांच साल रावत सरकार। उस समय भी यही कहा जा रहा था कि हरीश रावत अब मुख्यमंत्री की सराहना कर रहे हैं।