फिर साथ आएंगे अकाली और भाजपा
इस्तीफे के सवाल पर बोले अकाली कोटे के विधायक चीमा
वक्त जैसा होगा वैसा ही लिया जाएगा निर्णय
काशीपुर। केंद्र में किसानों के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी के बीच आई दरार के बाद काशीपुर से भाजपा विधायक व शिरोमणि अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष हरभजन सिंह चीमा को अब भी भरोसा है कि दोनों ही दल किसानों की इस समस्या का हल होते ही पुनः एक मंच पर आ जाएंगे।
बातचीत में हरभजन सिंह चीमा ने कहा कि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल का लंबा रिश्ता है। खुद प्रकाश सिंह बादल यह कह चुके हैं कि दोनों दलों के गठन में गाँठ नहीं है। बिना गांठ का यह रिश्ता निभा है निभता रहेगा। अकाली दल ने यह सोच कर समर्थन दिया कि देश का भविष्य बीजेपी के हाथ में सुरक्षित रहेगा। केंद्र सरकार को किसानों से वार्ता कर जो बदलाव की आवश्यकता हो करे। चीमा ने कहा कि पंजाब व हरियाणा दोनों प्रदेश खेती पर निर्भर हैं। ऐसे में शिरोमणि अकाली दल की मजबूरी है किसान का साथ दे। इन प्रदेशों की राजनीति किसानों पर निर्भर है। अगर भाजपा किसानों व अकाली दल के साथ बैठकर रास्ता निकाले तो दोनों दल पुनः एक हो सकते है। दरअसल वर्ष 2002 में काशीपुर विधानसभा सीट से अकाली दल गठबंधन के चलते हरभजन सिंह चीमा को टिकट दिया गया। स्थानीय लोगों के विरोध के बाबजूद भाजपा ने अपने सिंबल पर चीमा को मैदान में उतारा तब से लगातार चीमा अकाली कोटे से ही इस सीट पर भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं।