निजी लैब टेस्टिंग पर सीएस की निगाहें तिरछी
सरकार ने न्यूज वेट की खबर का लिया संज्ञान, शक पर फिर कराएं टेस्ट
अफसरों को मुख्य सचिव ने जारी किए हैं निर्देश
देखें निजी लैब में क्यों आ रहे ज्यादा पॉजिटिव
देहरादून। आपके अपने न्यूज वेट ने इस बात का खुलासा किया था कि सरकारी लैब की तुलना में निजी लैब में कोरोना पॉजिटिव ज्यादा आ रहे हैं। सरकार ने इस खबर का संज्ञान लिया है। अब मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि निजी लैब से पॉजिटिव आने वालों में कुछ की सरकारी लैब में टेस्टिंग कराई जाए। कोई भी खामी सामने आने पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए।
न्यूज वेट ने कल के अंक में इस बारे में एक खबर प्रकाशित की थी कि किस तरह से निजी लैब और सरकारी लैब में हो रहे कोरोना परीक्षण के नतीजों में भारी अंतर है। सरकार ने इस खबर का संज्ञान लिया है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने आज स्वास्थ्य महकमे के अफसरों के साथ कोरोना के हालात की समीक्षा की। इस दौरान ये मुद्दा भी उठा।
मुख्य सचिव ने साफ कहा कि देहरादून की निजी लैब की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह भी संज्ञान में आया है कि निजी लैब में और सरकारी लैब में जांच की रिपोर्ट में खासा अंतर है। उन्होंने कहा कि इस पर नजर रखी जाए। साथ ही निजी लैब से पॉजिटिव आने वालों में कुछ की सरकारी लैब में भी जांच कराई जाए। अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो तत्काल ही कड़ी कार्रवाई की जाए।
इस बैठक में सचिव पंकज पाण्डेय, दून मेडिकल कॉलेज के डॉ. आशुतोष सयाना, आईजी संजय गुंज्याल, अपर सचिव युगल किशोर पंत, श्रीमती सोनिका, डीजी स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती, वीसी के माध्यम से सभी जिलाधिकारी, एसएसपी एवं सीएमओ उपस्थित थे।