कोरोना संकटः उत्तराखंड में बढ़ी आक्सीजन की मांग
टिहरी, चमोली और उत्तरकाशी में लगेंगे आक्सीजन प्लांट
दो से छह हजार क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई है डिमांड
स्वास्थ्य विभाग ने कोविड अस्पतालों को किया सतर्क
देहरादून। उत्तराखंड में कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या जिस तेजी से बढ़ रही है, उसी अनुपात में आक्सीजन की डिमांड भी बढ़ गई है। जुलाई में राज्य में आक्सीजन की मांग रोजाना दो हजार क्यूबिक मीटर थी। जो अब बढ़कर छह हजार क्यूबिक मीटर हो गई है। स्वास्थ्य महकमे ने कोविड अस्पतालों को आक्सीजन का पर्याप्त स्टाक रखने के निर्देश दिए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अऩुसार उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसी लिहाज से आईसीयू के लिए आक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है। स्वास्थ महमके के सचिव अमित नेगी ने बताया कि इस समय रोजाना छह हजार क्यूबिक मीटर आक्सीजन की जरूरत है। राज्य में इस समय 60 हजार क्यूबिक मीटर आक्सीजन का स्टाक है। सभी कोविड-19 अस्पतालों के प्रबंधन को कहा गया कि यह सुनिश्चत करें कि आक्सीजन की कमी न होने पाए। इसके लिए सभी को अपना स्टाक बढ़ाने को कहा गया है। इसी तरह से निजी अस्पतालों को भी इस मामले में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि केंद्र की मंजूरी के बाद उत्तराखंड में मेडिकल आक्सीजन के लिए तीन नए प्लांट लगाने की तैयारी है। ये प्लांट राज्य के पर्वतीय जनपदों नई टिहरी, चमोली और उत्तरकाशी में स्थापित किए जाएंगे।
गौरतलब उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 28 हजार के पार पहुंच गई है। इनमें से सात हजार से ज्यादा एक्टिव केस अभी भी है।