हर घर तिरंगा अभियान में काबीना मंत्री प्रेम अग्रवाल का अफसरों को फरमान
सवा दो करोड़ के झंडे बांटों लोगों को ?
अब शहरी विकास विभाग बांटेगा पांच लाख झंडे
आवास विकास अफसरों को डेढ़ लाख का जिम्मा
राज्य कर विभाग को भी बांटने होंगे एक लाख
विभागीय बजट से इस मद में नहीं होगा खर्च
क्या अफसर तनख्वाह से खरीदेंगे इतने तिरंगे ?
देहरादून। काबीना मंत्री प्रेम अग्रवाल ने अपने विभागों के अफसरों को साढ़े सात लाख तिरंगे आमजन को बांटने का फरमान सुनाया है। एक अनुमान के अनुसार इस पर सवा दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। सवाल यह है कि विभागीय अफसर क्या इतनी बड़ी राशि अपनी तनख्वाह से खर्च करेंगे। इसे इस तथ्य के प्रकाश में देंखे कि झंडों की खरीद के किसी भी विभाग के बजट में कोई प्रावधान नहीं हैं।
सूचना विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में इसकी जानकारी दी गई है। बताया गया कि काबीना मंत्री प्रेम अग्रवाल ने अपने विभागों के अफसरों की एक बैठक ली। इसमें शहरी विकास विभाग को पांच लाख, आवास विकास विभाग को डेढ़ लाख और राज्य कर विभाग को एक लाख झंडे कल नौ अगस्त को बांटने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने यह भी फरमान जारी किया है कि सभी अफसर आमजन को तिरंगे बांटने के साथ ही उन्हीं के साथ फहराएंगे भी। साथ ही सोशल मीडिया में फोटोज भी शेयर करेंगे।
बताया जा रहा है कि बाजार में बिक रहे एक तिरंगे की कीमत 34 रूपये के आसपास है। इस लिहाज से साढ़े सात लाख झंडों की खरीद पर लगभग सवा दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। अब अधिकारी परेशान हैं कि झंडों की खरीद के लिए इतनी बड़ी रकम कहां से आएगी। सूत्रों का कहना है कि किसी भी विभाग के बजट में झंडों की खरीद के लिए कोई पैसा नहीं है। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या मंत्री का फरमान पूरा करने के लिए विभागीय अफसर अपनी तनख्वाह से पैसा खर्च करेंगे या फिर कोई अनुचित रास्ता इस्तेमाल करेंगे। अगर कोई अनुचित रास्ता अपनाया जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।