कोरोनाःदेहरादून में मृत्यु दर सबसे ज्यादा
उत्तराखंड में यह दर राष्ट्रीय औसत से हैं 0.10 फीसदी ज्यादा
राजधानी दून में मृत्यु दर है 3.34 फीसदी
नैनीताल जनपद में यह आंकड़ा है 1.94
पर्वतीय जिलों में सबसे ज्यादा पौड़ी में
चमोली जिले में कोरोना से नहीं कोई मौत
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना से मृत्यु के मामले में देहरादून जिला सबसे आगे है। इस जिले में अब तक 545 लोग कोरोना की वजह से असमय ही काल का ग्रास बने हैं। पर्वतीय जनपदों में 0.93 फीसदी मौत के साथ पौड़ी जिला सबसे आगे है। उत्तराखंड में मृत्य दर राष्ट्रीय औसत की तुलना में 0.10 फीसदी ज्यादा है।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों की समीक्षा करने वाली संस्था सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फॉउंडेशन ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है। इस संस्था के संयोजक अनूप नौटियाल ने बताया कि कोविड-19 से मृत्यु दर राष्ट्रीय स्तर पर 1.51 फीसदी है। केंद्र सरकार इसे एक फीसदी तक लाने की कोशिश में है। उत्तराखंड में 21 अक्टूबर की सुबह तक मृत्यु दर 1.61 फीसदी है।
नौटियाल ने कहा कि राज्य के चार मैदानी जनपदों में कुल केसेस के 73 फीसदी सामने आए हैं। लेकिन इन्हीं चार जिलों में मृत्यु का आंकड़ा 93 फीसदी है। देहरादून जिला 545 मृत्यु हुई हैं। यहां मृत्यु दर 3.34 फीसदी है। नैनीताल जिले में मृत्यु दर 1.94 फीसदी, हरिद्वार में 1.11, पौड़ी जिले में 0.93 और ऊधमसिंह नगर जिले में यह आंकड़ा 0.91 फीसदी है। इसी तरह से बागेश्वर में मृत्यु दर 0.72, अल्मोड़ा में 0.52, पिथौरागढ़ में 0.37, उत्तरकाशी में 0.35, रुद्रप्रयाग में 0.20 और टिहरी में 0.17 फीसदी है। एक अच्छी बात यह है कि चमोली जिले में कोरोना से अब तक किसी की मृत्यु नहीं हुई है।