ब्यूरोक्रेसी

‘जांच’ यूपी ने कर ली, अब उत्तराखंड को लेना है ‘एक्शन’

तो मुख्तार के खिदमतगार रहे हैं आईएएस यादव !

लखनऊ विकास प्राधिकरण में किए हैं कई ‘कारनामे’

आय से पांच सौ गुना ज्यादा संपत्ति का है ‘आरोप’

यहां भी सालों से समाज कल्याण विभाग पर ‘कब्जा’

इस राज्य में भी तमाम कारनामे रहे हैं ‘सुर्खियों’ में

सियासी आका की दम पर की विभाग में ‘मनमानी’

योगी की पहल पर धामी सरकार ने कसा ‘शिकंजा’

देहरादून। यूपी सरकार की जांच में सामने आया है कि आईएएस अफसर राम विलास यादव की माफिया डॉन मुख्तार अंसारी से खासी नजदीकी थी। इस अफसर ने यूपी में नौकरी के दौरान बेहिसाब संपत्ति कमाई। यूपी सरकार ने जांच पूरी करने के बाद उत्तराखंड से एक्शन लेने को कहा है। वैसे इस अफसर की उत्तराखंड में कार्यशैली की खासी चर्चित रही है। सियासी आकाओं की दम पर सालों से समाज कल्याण विभाग में ही जमे हैं और मनमाने अंदाज में काम कर रहे हैं।

अन्य अफसरों की भांति पीसीएस अफसर रहे राम विलास यादव में उत्तराखंड कैडर आवंटित होने के बाद भी यहां ज्वाइन नहीं किया। किसी न किसी तरह से यूपी में ही जमे रहे। लेकिन जैसे ही आईएएस में प्रमोशन का मौका आया। तत्काल ही उत्तराखंड आ गए और सीधे आईएएस बन गए। यादव के खिलाफ तमाम जांच के बाद यूपी सरकार ने एक्शन के लिए उत्तराखंड सरकार से तमाम खतो-किताबत की। लेकिन पिछले आठ सालों में उनका कुछ भी न बिगड़ा और एक ही विभाग समाज कल्याण में जमे रहे और आज भी उसी विभाग में है।

बताया जा रहा है कि इसके बाद यूपी विजिलेंस ने यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और जांच के लिए बुलाया। लेकिन वे गए नहीं। इस पर यूपी की ओर से फिर से तमाम दस्तावेज उत्तराखंड को भेजकर पूरे मामले से अवगत कराया। इस बार धामी सरकार ने उनके खिलाफ न जांच की मंजूरी देकर मुकदमा दर्ज करा दिया।

सूत्रों का कहना है कि यूपी ने अपनी जांच में पाया है कि अखिलेश सरकार के दौरान यादव लखनऊ विकास प्राधिकरण सचिव समेत तमाम अहम पदों पर रहे और जमकर खेल किए। बताया जा रहा है कि लखनऊ में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की जायदादों को कानूनी बनाने में भी बड़ा खेल किया। सूत्रों का कहना है कि जांच के अनुसार यादव के पास अपनी आय से पांच सौ गुना ज्यादा संपत्ति है। अब देखने वाली बात य़ह होगी कि क्या इस बार ये अफसर अपने सियासी रसूख ने फिर बच जाते हैं या फिर धामी सरकार इस अफसर को उसके अंजाम तक पहंचाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button