तो त्रिवेंद्र से अब भी नाराज है हाईकमान !

सल्ट उप चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची से नाम गायब
पूर्व सीएम विजय बहुगुणा का भी नाम नहीं है सूची में
प्रखर वक्ता मुन्ना सिंह चौहान का नाम नहीं लिस्ट में
बोले मीडिया प्रभारी त्रिवेंद्र और बहुगुणा का किया शामिल
देहरादून। सल्ट उप चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान ने अपने स्टार प्रचारकों की जो सूची चुनाव आयोग को भेजी है। उसमें में चार साल सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत का नाम गायब है। इससे यह चर्चा फिर तेज हो रही है कि क्या हाईकमान की त्रिवेंद्र से नाराजगी अब भी बरकरार है। अहम बात यह भी है कि इस लिस्ट में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और प्रखर वक्ता विधायक मुन्ना सिंह चौहान भी जगह नहीं बना सके। यह अलग बात है कि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने देरशाम दावा किया कि त्रिवेंद्र और बहुगुणा के नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर दिए गए हैं। लेकिन वो इस बारे में केंद्रीय कार्यालय का कोई आदेश उपलब्ध नहीं करा सके।
मार्च माह के दूसरे सप्ताह में भाजपा हाईकमान ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को चंद घंटों में ही अर्श ने फर्श पर ला दिया। कुछ दिनों बाद कैबिनेट का गठन हुआ तो देखा गया कि त्रिवेंद्र कैबिनेट के सभी मंत्री अपनी कुर्सी पर पुराने विभागों के साथ फिर से सत्तानशीं हो गए। इतना ही नहीं त्रिवेंद्र सरकार के चार सालाना जश्न को भी रद्द कर दिया गया। इससे ये संदेश गया कि हाईकमान को दिक्कत त्रिवेंद्र से ही थी। इसके बाद तमाम बयान आए कि त्रिवेंद्र को केंद्र में अहम जिम्मेदारी दी जा रही है।
लेकिन आज सल्ट उप चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान ने अपने स्टार प्रचारकों की जो सूची चुनाव आयोग को भेजी, उसमें त्रिवेंद्र का नाम नहीं था। इतना ही नहीं पूर्व सीएम विजय बहुगुणा और विदाई के वक्त दिल्ली में त्रिवेंद्र के पक्ष में तीखी बयानबाजी करने वाले भाजपा के प्रखर वक्ता विधायक मुन्ना सिंह चौहान को भी स्थान न मिल सका।
इससे साफ जाहिर हो रहा है कि भाजपा हाईकमान अब भी त्रिवेंद्र को लेकर असहज सा ही है। अब ये भी सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या सल्ट चुनाव में भाजपा अपनी त्रिवेंद्र सरकार के चार सालों के काम का जिक्र करेगी भी या नहीं। इधर, भाजपा के प्रदेश प्रभारी मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने फोन पर कहा कि टाइपिंग मिस्टेक हो गई थी। त्रिवेंद्र और बहुगुणा का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर लिया गया है। ये अलग बात है कि वो उस तरह संशोधित सूची नहीं दे सके। जैसी कि उन्होंने पहले जारी की थी।