पिथौरागढ़ःसीमांत जिले में भी अवैध खनन
बेकाबू हालातः सत्ता की हनक में छीना जब्त किया गया डंपर
जिपं अध्यक्षा के पति पर रिपोर्ट दर्ज
मुख्यधारा की मीडिया से खबर गायब
पिथौरागढ़। अब तक तो मैदानी जनपदों से ही अवैध खनन की खबरें आती रहीं हैं। लेकिन इस बार तो सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में भी दंबगई से अवैध खनन का मामला सामने आया है। निरोधक दस्ते ने अवैध खनन में लगे एक डंपर को जब्त किया तो सत्ता की हनक में पुलिस लाइन के पास से ही डंपर को छीन लिया गया। बे-बस प्रशासन ने अब एफआईआर और जुर्माने की बात की है।
सोशल मीडिया में पिथौरगढ़ के एसडीएम समेत खनन विभाग के अफसरों के हस्ताक्षरों से एक पत्र वायरल हो रहा है। इस पत्र के मुताबिक जिले के खनन निरोधक दस्ते ने गश्त के दौरान पौण क्षेत्र में एक डंपर संख्या-यूके 05सीए-0925 को अवैध खनन के साथ पकड़ा। इसके बाद खनन के कोई कागजात नहीं थे। चालक ने बताया कि इसके स्वामी वीरेंद्र बोरा निवासी एंचोली हैं। इसके बाद टीम इस डंपर को जब्त करके पुलिस लाइन की ओर चली। पत्र में आरोप है कि रास्ते में पुलिस लाइन से कुछ पहले ही एक बुलेरो संख्या यूके 05 डी-1777 में सवार वीरेंद्र बोरा अन्य 15-20 लोगों ने इस रोक लिया। पहले तो डंपर छोड़ने के धमकियां दी गईं। न मानने पर ये लोग अवैध खनन से भरे डंपर को जबरन अपने साथ ले गए।
मामले की जानकारी पर डीएम ने पहले तो एफआईआर के आदेश दिए। डीएम के निर्देश पर एसडीएम के साथ एक टीम ने छापामारी की। टीम ने पाया कि वीरेंद्र बोरा की जमीन से यह कारोबार चल रहा है। इसी स्थान पर अवैध खनन का माल स्टोर करके बेचा जाता है। टीम ने मौके पर मिली खनन सामग्री की जांच की है। मौके पर मिले माल के आधार पर दो लाख की रायल्टी और साढ़े तेरह लाख का जुर्माना लगाया है।
इस मामले में अहम बात यह भी है कि आरोपों के घेरे में आए बोरा की पत्नी इस समय पिथौरागढ़ जिला पंचायत की अध्यक्षा हैं। ऐसे में माना यही जा रहा है कि सत्ता की हनक में ही यह खेल चल रहा है। इस मामले में प्रयास के बाद भी बोरा का पक्ष नहीं मिल सका। मिलने पर उसे प्रकाशित किया जाएगा।