महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग ने किया आगाह
आउटसोर्स में भर्ती में दलाल कर रहे खेल !
चयनित एजेंसी ने भी विभाग को लिखा एक खत
किसी को भी पैसा न देने की विभाग की अपील
देहरादून। वर्तमान में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न केंद्र पोषित योजनाओं में आउटसोर्स के आधार पर विभिन्न पदों पर कार्मिकों की आपूर्ति के लिए एक एजेंसी का चयन किया गया है। इस एजेंसी ने विभाग को लिखे एक खत में कहा है कि कुछ लोग आवेदकों से पैसा वसूल रहे हैं। विभागीय अफसरों ने सभी को आगाह करते हुए कहा कि किसी को भी चयन के लिए कोई पैसा न दिया जाए।
विभागीय सूत्रों ने बताया कि ई निविदा के माध्यम से चयनित एजेंसी को उपरोक्त योजनाओं के लिए स्वीकृत पदों के सापेक्ष कार्मिको की आपूर्ति के लिए मांग प्रेषित की गई है। विभाग द्वारा चयनित एजेंसी को चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए गए है। इसके क्रम में चयनित एजेंसी द्वारा एक अनुरोध पत्र विभाग को अपने स्तर से आवश्यक कदम उठाने हेतु दिया गया। इसमें कहा गया है कि कुछ अवांछित तत्त्व कतिपय माध्यमों से इस आशय की भ्रामक सूचना फैला रहे हैं कि उपरोक्त पदों पर रखे जाने हेतु अभ्यर्थियों से 2 से 3 माह के वेतन की मांग की जा रही है, जिनका एजेंसी से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है। यह नितांत अनुचित और नियम विरुद्ध है।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि अधिकारियों ने एजेंसी के इस पत्र को बहुत गंभीरता से लेते लिया। विभाग सभी अभ्यर्थीयो को यह स्पष्ट करता है कि विभाग द्वारा कार्मिकों की आपूर्ति के सापेक्ष चयनित एजेंसी को सर्विस चार्ज का भुगतान होता है, अतः अन्य किसी भी प्रकार की धनराशि किसी अभ्यर्थी द्वारा किसी को न दी जाये। उपरोक्त आउटसोर्स पदों पर चयन का एकमात्र आधार निर्धारित शैक्षिक योग्यता और अनुभव है। कोई भी अभ्यर्थी किसी के बहकावे में ना आये एवम इस प्रकार के दलालों से विशेष रूप से सावधान रहें।