पीसीएस अफसर नहीं दे रहे संपत्ति का ब्योरा
2018 में 62 और 2019 में 11 फीसदी ने नहीं दिया अचल संपत्ति का विवरण
शासन स्तर पर न कार्रवाई और न मानीटरिंग
आरटीआई से मिली जानकारी से हुआ खुलासा
देहरादून। उत्तराखंड की नौकरशाही पारदर्शिता और भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए बनी कर्मचारी आचरण नियमावली तथा लोकायुक्त अधिनियम में शामिल वार्षिक अचल संपत्ति का ब्योरा देने के नियम का पालन नहीं कर रही है। आलम यह है कि शासन स्तर से इसकी मानीटरिंग तक नहीं की जा रही है। यह खुलासा सूचना आरटीआई से मिली जानकारी से हुआ है।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता औऱ वरिष्ठ अधिवक्ता नदीम उद्दीन ने शासन के कार्मिक विभाग से पीसीएस अफसरों द्वारा वर्ष 2018 व 2019 में वार्षिक संपत्ति का ब्योरा देने व न देने वालों की सूचना चाही थी। इसके जवाब में लोक सूचना अधिकारी ने 28 फरवरी 2020 तक उत्तराखंड में कार्यरत सभी अफसरों के नाम तथा 2018 व 2019 में ब्योरा देने वालों की सूचियां उपलब्ध करायी है। ब्योरा न देने वाले अफसरों के बारे में लिखा है कि उनके नाम आप स्वयं सूचियों से ज्ञात कर सकते हैं। इससे स्पष्ट है उत्तराखंड में अचल संपत्ति का विवरण न देने वालों पर एक्शन तो दूर इसकी मानीटरिंग तक नहीं हो रही है।
नदीम को उत्तराखंड में कार्यरत राज्य सिविल सेवा के कुल 150 और नौ स्थापन्न डिप्टी कलैक्टरों के नाम की सूची सूची उपलब्ध करायी है। इसके अनुसार 2018 में केवल 61 तथा 2019 में 141 अफसरों ने ब्योरा दिया है। इस प्रकार 2018 में 62 प्रतिशत 98 अधिकारियों ने तथा 2019 में 11 प्रतिशत 18 अफसरों ने अचल संपत्ति का ब्योरा नहीं उपलब्ध कराया है।
उपलब्ध जानकारी के अऩुसार 2019 में 18 अफसरों ने यह ब्योरा नहीं दिया है। इनमें उमेश नारायण पाण्डेय, दीप्ति सिंह, हरक सिंह रावत, भरत लाल फिरमाल, सादिया आलम, शिवचरण द्विवेदी, कृष्ण कुमार मिश्रा, नारायण सिंह डांगी, फ्रिंचाराम किशन सिंह नेगी, रविन्द्र कुमार जुवांठा, मायादत्त जोशी, हिमांशु कफल्टिया, कुुमकुुम जोशी, गौरव पाण्डे, जितेन्द्र वर्मा तथा संदीप कुमार शामिल हैं।
2018 में ब्योरा देने वालों में अनिल कुमार चन्याल, अरविन्द कुमार पाण्डे, अशोक कुमार पाण्डे, अवधेश कुमार सिंह, बीएस चलाल, वीर सिंह बुद्धियाल, चंदन सिंह धर्मशक्तु, चंद्र सिंह इमलाल, डा. अभिषेक त्रिपाठी, डॉ. आनन्द श्रीवास्तव, गौरव चटवाल, गोपाल राम बिनवाल, गोपाल सिंह चौहान, हंसा दत्त पांडेय, हरगिरी, हरबीर सिंह, हेमंत कुमार वर्मा, जगदीश चन्द्र कांडपाल, जीवन सिंह नगनयाल, झरना कामरान कमथान, कैलाश सिंह टोलिया, कौस्तुभ मिश्रा, मनीष कुमार सिंह, मो. नासिर, मीनाक्षी पटवाल, मोहन सिंह बरनिया, नारायण सिंह नबियाल, नरेन्द्र सिंह क्वारियाल, नवनीत पांडेय, निर्मला बिष्ट, नुपुर वर्मा, पंकज कुमार उपाध्याय, परितोष वर्मा, प्रकाश चन्द्र, प्रशांत कुमार आर्या, प्रत्यूष सिंह, प्यारे लाल शाह, राहुल कुमार गोयल, राकेश चन्द्र तिवारी, रमेश चन्द्र गौतम, रज़ा अब्बास, रिंकू बिष्ट, संगीता कनोजिया, संजय कुमार, सीमा विश्वकर्मा, शैलेंद्र सिंह नेगी, शालिनी नेगी, श्रीष कुमार, सोनिया पंत, सुरेन्द्र लाल सेमवाल, उदय सिंह राणा, उत्तम सिंह चैहान, विपरा त्रिवेदी, विवेक प्रकाश, विवेक राय, योगेन्द्र सिंह, युक्ता मिश्रा, चतर सिंह, देवेन्द्र सिंह नेगी, चन्द्र सिंह मर्तोलिया, हरक सिंह रावत शामिल है। अन्य अफसरों ने यह ब्योरा नहीं दिया है।