बद्री-केदार समिति के चर्चित सीईओ की आखिरकार विदाई
पीसीएस योगेंद्र बने नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी
दस सालों से नियमों के विरुद्ध जमे थे बीडी सिंह
तमाम कारनामों को लेकर आए दिन थे चर्चा में
समिति कर्मियों में सिंह के कामों से था आक्रोश
अध्यक्ष अजेंद्र अजय की पहल पर हुआ फैसला
देहरादून। सरकार ने आखिरकार बद्री-केदार मंदिर समिति के चर्चित सीईओ बीडी सिंह की आखिरकार विदाई कर ही दी। समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय की पहल पर सरकार ने पीसीएस अफसर योगेंद्र सिंह को समिति का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया है।
राज्य वन सेवा के अफसर रहे बीडी सिंह दस से भी अधिक समय से तमाम नियमों के खिलाफ सीईओ के पद पर बने हुए थे। कई कामों को लेकर वे आए दिन चर्चा में रहते थे। उनके खिलाफ गढ़वाल मंडलायुक्त के पास एक गंभीर जांच भी लंबित है। कुछ माह पहले सिंह को उनके मूल विभाग में भेजने का आदेश भी किया गया था। लेकिन अपनी पहुंच के चलते उन्होंने सीईओ का पद नहीं छोड़ा था।
इधर, सिंह के कामों से समिति के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी आक्रोश था। बताया जा रहा है कि इस मामले में समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने सीधे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की तो धामी ने उन्हें तत्काल हटाने का आदेश दिया। लेकिन सिंह अपनी पकड़ के चलते इस आदेश को भी कई रोज तक रुकवाए रहे। इसके बाद अजेंद्र ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू से मुलाकात कर इस बारे में आदेश जारी करवाने का आग्रह किया। इसके बाद आज कार्मिक विभाग ने इस बारे में आदेश जारी कर दिया।
यहां बता दें कि पीसीएस अफसर योगेंद्र सिंह के पास इस वक्त केदारनाथ विकास प्राधिकरण में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी और केदारनाथ उत्थान चैरिटेबिल ट्रस्ट में संयुक्त सचिव का भी दायित्व है।