एम्स ऋषिकेश में व्हाइट कोट सेरेमनी समारोह का आयोजन

पहले दिन से से सेवाभाव से सीखेःमीनू सिंह
स्थापना के बाद पहली बार हुआ है ये आयोजन
देहरादून। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में सोमवार को व्हाइट कोट सेरेमनी समारोह आयोजन के साथ ही संस्थान में एमबीबीएस नए सत्र का विधिवत शुभारंभ हो गया। इस दौरान मुख्यअतिथि दिल्ली एम्स के निदेशक प्रोफेसर एम. श्रीनिवास ने कहा कि मेडिकल के छात्र-छात्राओं को फोर- जी, फाइव जी की नहीं बल्कि थ्री- जी यानी गौड (भगवान), गुरु( अपने शिक्षकों) और ग्रेटिट्यूड (पेशेंट्स के प्रति कृतज्ञता) सबसे महत्वपूर्ण है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एम्स दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर एम. श्रीनिवास ने मेडिकल के छात्रों से आह्वान किया कि वह अपना पूरा समय पाठ्यक्रम पर फोकस करें और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पठन-पाठन के साथ ही व्यवहारिक शिक्षा पर ध्यान दें। उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय पेशा होने के बावजूद ईश्वर में विश्वास बनाए रखना और अपने जीवन में एक लक्ष्य का निर्धारण करना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व होना चाहिए कि उनका देश के ऐसे एम्स संस्थान में ऋषिकेश चयन हुआ है जो देशभर में स्थापित एम्स संस्थानों में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है।
विशिष्ट अतिथि यूएसए के पीडियाट्रिक एलर्जी एंड इम्यूनोलॉजिस्ट प्रोफेसर पीके वेदांथन ने चिकित्सकीय क्षेत्र को अपनाने के लिए छात्र छात्राओं को बधाई दी और कहा कि यह पेशा मानवता की सेवा के लिए समर्पित है।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डा. मीनू सिंह ने बताया कि एम्स,ऋषिकेश में व्हाइट कोट सेरेमनी का आयोजन पहली बार किया जा रहा है,जिसका उद्देश्य यह है कि एमबीबीएस में चयनित विद्यार्थियों को पहले दिन से ही चिकित्सा सेवा को ध्यान में रखते हुए पठन-पाठन के साथ समर्पण का संकल्प लें। और जब वह अपनी पढ़ाई पूरी कर देश दुनिया में उच्चकोटि की चिकित्सा सेवा देकर एम्स,ऋषिकेश का मान बढ़ाएं।
इस अवसर पर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने एम्स ऋषिकेश में संचालित की जा रही विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत जानकारी दी। समारोह को डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, डीन एग्जामिनेशन प्रो. प्रशांत पाटिल व डीन रिसर्च प्रो. वर्तिका सक्सेना ने भी संबोधित किया। फिजियोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर जयंती पंत के संचालन में आयोजित समारोह में प्रो. शैलेंद्र हांडू, प्रो. लतिका मोहन, प्रो. शालिनी राव, प्रो. बलरामजी ओमर, डा. रजनीश अरोड़ा, डा. गीता नेगी, एएमएस डा. अंशुमन दरबारी, डा. मोनिका पठानिया, डा. मनीषा नैथानी, डा. वंदना धींगड़ा, डा. वेंकटेश एस. पाई, प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग डा. स्मृति अरोड़ा, एफए ले. कर्नल एस. सिद्घार्थ, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत, एओ गौरव बडोला आदि मौजूद थे।