जनता पर बोझ बने विकास प्राधिकरण
भाजपा अध्यक्ष ने सीएम से की इन्हें खत्म करने की मांग
दौरे के दौरान भगत को मिली थी कई शिकायतें
मुख्यमंत्री ने दिया उचित कार्यवाही का आश्वासन
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर विभिन्न शहरों में काम कर रहे विकास प्राधिकरणों को खत्म करने की मांग की है। भगत का कहना है कि ये प्राधिकरण अपनी स्थापना के उद्देश्यों को पूरा नहीं कर सके हैं। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस पर समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
भाजपा प्रदेश ने सीएम को बताया कि पिछले दिनों उन्होंने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व सामान्य जन ने शिकायत की है कि राज्य में विभिन्न नगरों में जो विकास प्राधिकरण काम कर रहे हैं वे जनता की अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। उनका इन स्थानों के विकास में भी कोई ख़ास योगदान नहीं है। इसके विपरीत इन प्राधिकरणों द्वारा जनता को परेशान किया जा रहा है। इतना ही नहीं कार्यों में सरलता के स्थान पर उन्हें और अधिक विषम बनाया जा रहा है। कई स्थानों पर भ्रष्टाचार की शिकायतें भी सामने आईं। भगत ने बताया कि इन सब बातों पर विचार के उपरांत यह अनुभव किया कि इन प्राधिकरणों के बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।
उन्होंने जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री रावत से मुलाक़ात एक ज्ञापन सौंपा इन प्राधिकरणों को समाप्त करने और उनके स्थान पर जनहित में जन कल्याणकारी व्यवस्था को स्थापित करने का अनुरोध किया है । मुख्यमंत्री ने विषय की गंभीरता को समझते हुए इस संबंध में समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
भगत ने कहा कि प्राधिकरण गठन का मुख्य उद्देश्य नियोजित विकास करना था और नियमों को सही रूप में लागू करना था। ताकि जनता को सुविधा मिल सके और प्राधिकरण के क्षेत्र में समेकित विकास हो सके। यह प्राधिकरण इन उद्देश्यों को पूरा नहीं कर सके। इनकी कार्यप्रणाली भी इस प्रकार की है जिसमें जनता को कोई सुविधा नहीं मिलती,अपितु लोग प्राधिकरणों के चक्कर काटते रहते हैं।