हमें केवल रोटी खाने नहीं जाना, हमें विकास चाहिएः नेता प्रतिपक्ष
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। गुरुवार को मुख्यमंत्री के मंथन कार्य़क्रम केवल पार्टी का अंदरूनी मामला है। इस आयोजन में सीएम केवल उन विस क्षेत्रों पर मंथन करेंगे, जहां से भाजपा विधायक जीते हैं। इसकी वजह ये हैं कि नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ने सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कांग्रेसी विधायकों के मंथन में न जाने की बात की है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मिशन 2022 की जीत की दिशा में एक आयोजन कर रहे हैं। इसमें विकास कार्यों की जमीनीम स्थिति पर स्थानीय विधायकों के साथ वो बात करने वाले हैं। सरकार के स्तर पर इसकी तैयारियां पहले से चल रहीं है। सीएम के सलाहकार भी कई जिलों में बैठक करके अफसरों से फीड बैक ले चुके हैं। अब अगर कोई ये सोचे कि ये राज्यभर के हालात पर मंथन है तो ये गलत होगा।
दरअसल, सीएम केवल उन विधानसभा क्षेत्रों के हालात पर मंथन करेंगे, जहां भाजपा के विधायक हैं या फिर भाजपा के समर्थन दे रहे दो अन्य विधायकों के क्षेत्र हैं। इस मंथन बैठक में कांग्रेस के 11 विधायकों में से कोई भी शामिल नहीं होगा। जसपुर से कांग्रेस के टिकट पर जीते विधायक आदेश चौहान वैसे तो मूल रूप से संघ से है जब भाजपा ने उनका टिकट काटा तो वो कांग्रेस में चले गए। उनका कहना है कि कांग्रेसी विधायकों को इस मंथन में नहीं जा रहे हैं। इस बारे में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश का कहना है कि राज्य में सड़कों की हालत बहुत खराब है। मुख्यमंत्री ने हर विधायक को 10 करोड़ रुपये इस मद में देने का वायदा किया था। लेकिन ये राशि अब तक विधायकों को नहीं रिलीज की गई है। ऐसे में कांग्रेसी विधायक क्या केवल रोटी खाने के लिए ही इस आयोजन में शामिल होंगे।