उत्तराखंड

कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सम्मान दिवस

कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सम्मान दिवस

कारगिल युद्ध में शहीद जवानों के परिजनों को कांग्रेस ने किया सम्मानित

देश के 527 व उत्तराखंड के 75 बहादुरों के बलिदान को हमेशा याद रक्खा जाएगा : सूर्यकांत धस्माना

देहरादून: भारत भूमि पर कब्जा करने के दुस्साहस का करारा जवाब देते हुए भारतीय सैन्य बलों के द्वारा १९९९ में ऑपरेशन विजय में शहीद हुए देश के ५२७ जिसमें उत्तराखंड के ७५ जवान शामिल थे इन शहीदों के बलिदान को उत्तराखंड व देश की जनता हमेशा याद रखेगी व इसका ऋण कभी उतारा तो नहीं जा सकता लेकिन उनकी स्मृतियों को हमेशा संजो कर उनसे हमेशा देश के लिए त्याग और बलिदान की प्रेरणा अवश्य ली जाएगी यह बात आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग द्वारा कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित शहीद सैनिक परिजन सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कही।

धस्माना ने कहा कि मई १९९९ में पांच हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने घुसपैठ कर भारतीय भूमि कारगिल पहाड़ियों पर कब्जा जमा लिया था । उन्होंने कहा कि सियाचिन ग्लेशियर की लाइफ लाइन एनएच 1 D को किसी तरह काट कर उस पर नियंत्रण करने के लिए जिससे लद्दाख की ओर जाने वाली रसद को रोक कर सियाचिन पर पर कब्जा कर लिया जाए इस रणनीति के तहत पाकिस्तान ने यह दुस्साहस किया था जिसका उसे मुंह तोड़ जवाब भारतीय सैन्य बलों ने दिया और 3 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक चले इस युद्ध में विजय हासिल होने तक भारतीय सेना के 527 सैनिक शहीद व 1363 घायल हुए वहीं दुश्मन देश पाकिस्तान के 3000 सैनिक मारे गए थे व हजारों घायल हुए थे।

धस्माना ने कहा कि इस युद्ध की कई गौरव गाथाएं हैं व हर भारतीय सैनिक जिसमें यह युद्ध लड़ा वो इस कठिनतम युद्ध का हीरो है। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध का पहला सैनिक शहीद हुआ कैप्टन सौरभ कालिया जिनको व पांच अन्य सैनिकों को पाकिस्तानी सेना ने एक मुठभेड़ के बाद कब्जे में ले कर 22 दिन तक यातनाएं दीं और बाद में उनके शव भारत को सौंप दिए।

धस्माना ने कहा कि इसके अलावा कैप्टन विक्रम बत्रा ,ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव,लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे ,मेजर राजेश सिंह अधिकारी ऐसे नाम हैं जिनके शौर्य और बलिदान पर देश को गर्व है।

धस्माना ने कहा कि इस युद्ध की एक सबसे बड़ी खासियत और सफलता के पीछे वो बोफोर्स तोप है जिसके लिए स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी व उनके परिवार को झूठा प्रचार कर बदनाम किया गया।

धस्माना ने कहा कि बोफोर्स तोपे इस युद्ध में सबसे अधिक कारगर साबित हुईं और भारत की विजय में इनकी भूमिका बहुत अहम रही। धस्माना ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा पंचायत चुनावों में व्यस्त होने के कारण आज इस गरिमामय कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए किंतु उन्होंने सभी शहीदों के परिवार जनों को अपना प्रणाम भेजा है।

कार्यक्रम में सम्मान समारोह की शुरुआत गीतकार विकास भारद्वाज द्वारा देश भक्ति के गीत “दिल दिया है जां भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए” गा कर किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष कर्नल राम रतन नेगी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उनको सबसे पहला कार्यक्रम देश के महान शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने का अवसर मिल रहा है और खुद एक सैनिक होने के नाते वे इसका महत्व समझ सकते हैं। कर्नल नेगी ने कहा कि ऑपरेशन विजय में शहीद हुए एक एक सैनिक के हम आभारी हैं और उनके बलिदान का ऋण हम आजीवन चुका नहीं सकते।

उन्होंने कहा कि इस पूरे ऑपरेशन में तोलोलिंग चोटी पर कब्जे के लिए 6 दिनों तक भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना से आमने सामने लड़ी और उसे विजय किया और टाइगर हिल पर कैप्टन विक्रम बत्रा के नेतृत्व में हिल पर कब्जा वापस लिया जिसमें उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी ने शहीद परिवारों से आए परिजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद परिवारों के सदस्यों ने कांग्रेस द्वारा आयोजित सम्मान कार्यक्रम में पधार कर बड़ी कृपा की और उनका आशीर्वाद रहेगा तो कांग्रेस इसी प्रकार से देश के शहीदों व सैनिकों का सम्मान करती रहेगी।

कार्यक्रम में एक दर्जन शहीद परिवारों के सदस्य उपस्थित रहे जिनको अंग वस्त्र व माला पहना कर उपहार दिए गए व प्रदेश कांग्रेस की ओर से सम्मान पत्र दे कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कांग्रेस महामंत्री जगदीश धीमान ने किया।

कार्यक्रम में शहीद नायक शिव चरण की धर्म पत्नी मंजू देवी, शहीद ताजिंग की सुपुत्री तेनजिंग डोल्मा , शहीद हवलदार जगत सिंह की धर्मपत्नी बुंद्रा देवी, शहीद हवलदार हरि सिंह की धर्मपत्नी हीरा देवी, शहीद नायक सुब्बा सिंह की धर्मपत्नी मुन्नी देवी, शहीद नायक दिलावर सिंह की धर्मपत्नी कमला देवी, शहीद राइफल मैंन रंजीत सिंह की धर्मपत्नी सरला देवी, शहीद विजय सिंह भंडारी की माता राम चंद्री देवी, शहीद नायक धर्म सिंह की धर्मपत्नी अनसुईया देवी, शहीद सिपाही राजेश गुरुंग की माता बसंती देवी, शहीद राइफल मैंन देवेंद्र सिंह की धर्मपत्नी शांति देवी, शहीद नायक लेख बहादुर की धर्मपत्नी नैना गुरुंग को सम्मानित किया गया।

प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश श्रम प्रकोष्ठ अध्यक्ष दिनेश कौशल, प्रदेश बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉक्टर प्रदीप जोशी, प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के मीडिया सलाहकार सरदार अमरजीत सिंह, राजेंद्र शाह,पार्षद अर्जुन सोनकर, पार्षद अभिषेक तिवारी, पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर, राजेश उनियाल, सावित्री थापा, पूर्व सैनिक विभाग के कर्नल मोहन सिंह रावत , गोपाल गड़िया, कुशल सिंह राणा, लेफ्टिनेंट सहदेव शर्मा, अशोक नेगी ,विपुल नौटियाल, गुल मोहम्मद, अनीस अंसारी ,मदन कोहली सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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