…तो अब सूबे के सभी जनपदों में बहेगी विकास की बयार

सीएम ने मंत्रियों को दिए जिलों का प्रभार
प्रभारी मंत्री न होने से जिला योजना समितियां थीं बेकार
पूरे प्रदेश के जनपदों में विकास योजनाएं थीं अधर में
महाराज,सुबोध, गणेश को मिला बड़े जिलों का प्रभार
बाकी मंत्रियों को सीएम धामी ने दिए दो- दो जनपद
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिला योजना समितियों की बैठकों को लिए प्रभारी मंत्रियों की तैनाती कर दी है। अब इन समितियों की बैठक होने से जिलों में विकास कार्य तेज हो सकेंगे। अहम बात यह है कि इस बंटवारे में जहां सुबोध उनियाल को बड़ा जिला देकर उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की गई है। वहीं गणेश जोशी को भी ऊधमसिंह नगर जैसा जिला देकर उनका कद और बढ़ाया गया है।
जनपदों में विकास योजनाओं की खाका खींचने का काम जिला योजना समिति की होता है। इस समिति के अध्यक्ष जिले के प्रभारी मंत्री होते हैं। दिसंबर माह से इन समितियों की बैठक नहीं हो सकी है। तीन माह चुनाव आचार संहिता में बेकार हो गए तो सरकार बनने के तीन माह तक जिलों के प्रभारी मंत्री की तैनाती नहीं हो सकी।
अब सीएम धामी ने प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति कर दी है। इस सूची पर नजर डालें तो साफ होगा कि मंत्रालय बंटवारे को लेकर अंदरखाने नाराज चल रहे सुबोध उनियाल को देहरादून जिला देकर संतुष्ट करने की कोशिश की गई है। सतपाल महाराज को पहले से ही हैवीवेट तो उन्हें हरिद्वार जिला कद के लिहाज से दिया गया है। इस बंटवारे में सबसे ज्यादा गणेश जोशी का कद बढ़ा है। उनके पास पहले से ही भारी भरकम विभाग है। अब उन्हें ऊधमसिंह नगर जैसा अहम जिला दिया गया है।
सरकार की ओर से जारी सूची के मुताबिक सतपाल महाराज को हरिद्वार,धन सिंह रावत को अल्मोड़ा और चमोली की जिम्मेदारी, प्रेम अग्रवाल को उत्तरकाशी और टिहरी, गणेश जोशी को ऊधमसिंह नगर, सुबोध उनियाल को देहरादून की जिम्मेदारी, रेखा आर्य को नैनीताल और चंपावत की जिम्मेदारी, चंदन राम दास को पिथौरागढ़ और पौड़ी की जिम्मेदारी, सौरभ बहुगुणा को रुद्रप्रयाग और बागेश्वर की जिम्मेदारी दी गई है।