चुनाव में ‘मोदी इफेक्ट’ से हरदा ‘चिंतित’

विस चुनाव को ‘त्रिवेंद्र बनाम कांग्रेस’ बनाने की कोशिश में जुटे
बोले, 2024 में देंगे मोदी को जवाब
देहरादून। उत्तराखंड में 2022 में होने वाले विस चुनाव में कांग्रेस दिग्गज हरीश रावत को ‘मोदी इफेक्ट’ से खतरा नजर आ रहा है। यही वजह है कि हरदा आने वाले चुनाव को ‘त्रिवेंद्र बनाम कांग्रेस’ बनाने की कोशिशों में अभी से जुट गए हैं। अहम बात यह भी है कि मोदी इफेक्ट से अपनी चिंता को वे सार्वजनिक भी कर चुके हैं।
लोकसभा के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू मतदाताओं पर खूब चला। भारी बहुमत से केंद्र में सरकार बनाने के बाद कई राज्यों के चुनाव भी मोदी के नाम पर लड़े गए। इस चुनावों में भी मोदी इफेक्ट काफी हद तक दिखाई दिया। उत्तराखंड में विस के चुनाव मार्च-2022 में होने हैं। कांग्रेस सत्ता में वापसी की कोशिश करती दिख रही है तो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र का प्रयास होगा कि सत्ता भाजपा के पास ही रहे।
अब कांग्रेस के दिग्गज हरीश रावत ने एक सियासी दांव चला है। वे कह रहे हैं कि उत्तराखंड विस के चुनाव ‘मोदी बनाम कांग्रेस’ नहीं होना चाहिए। कांग्रेस को सत्ता में वापसी के लिए ‘त्रिवेंद्र बनाम कांग्रेस’ के फार्मूले पर काम करना चाहिए। हरदा पिछले दिनों हुई वर्चुअल मीटिंग में इस बात को कह चुके हैं। अब उन्होंने अपनी फेसबुक बॉल पर भी इसी बात को दोहराया है। उनका कहना है कि अगला चुनाव मौजूदा सरकार के कामों पर ही होगा। मोदी जी को तो 2024 में जवाब दिया जाएगा।
सवाल यह है कि क्या हरदा को मोदी इफेक्ट से कोई खतरा महसूस हो रहा है और वे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हल्के में ले रहे हैं। हरदा की इस बात से एक बात तो साफ हो रही है कि मोदी इफेक्ट से कांग्रेसी दिग्गज खासे चिंतित हैं। दूसरी तरफ डबल इंजन की बात करने वाली भाजपा त्रिवेंद्र सरकार के कामों के साथ ही केंद्र सरकार की ओर से राज्य में चलाईं जा रही तमाम अहम परियोजनाओं को अभी से गिना रही है। खुद सीएम त्रिवेंद्र भी लगातार कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी इस उत्तराखंड के विकास को लेकर बहुत काम कर रहे हैं।
भाजपा ने 2017 का पिछला विस चुनाव भी मोदी के नाम पर ही लड़ा था। पीएम मोदी ने खुद यहां सभाएं की। सभी पोस्टरों और बैनरों पर भी पीएम मोदी ही दिखाई दे रहे थे। 2022 के चुनाव में भी भाजपा मोदी का चेहरा आगे रखकर ही चुनाव की तैयारियों में जुटी है। कोरोना को लेकर पीएम मोदी ने जितने भी आह्वान किए, उनमें आम अवाम ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। शायद है कि कांग्रेस को महसूस हो रहा है कि आने वाले चुनाव में मोदी इफेक्ट बरकरार रहेगा। यही वजह है कि हरदा चाहते हैं कि चुनाव मोदी बनाम कांग्रेस न होकर त्रिवेंद्र बनाम कांग्रेस लड़ा जाना चाहिए।