किशोर की पिटाई पर मानवाधिकार आयोग गंभीर

वरिष्ठ आईपीएस अफसर पर है आरोप, आयोग के आईजी करेंगे जांच
शहर की एक पुलिस चौकी का मामला
प्रकरण पर चार सप्ताह में मांगी रिपोर्ट
अब 14 सितंबर को होगी अगली सुनवाई
देहरादून। शहर की एक पुलिस चौकी में एक किशोर की पिटाई के मामले का राज्य मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। आय़ोग ने अपने आईजी से इस मामले में चार सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में उत्तराखंड के एडीजी स्तर के पुलिस अधिकारी पर युवक की पिटाई का आरोप है।
पिछले दिनों शहर की बिंदाल पुलिस चौकी में एक किशोर की पिटाई का मामला खासा सुर्खियों में रहा था। आरोप है कि एडीजी स्तर के एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर पीवीके प्रसाद ने इस युवक की चौकी में बुलाकर खुद ही पिटाई की। आरोप तो उसे जलती सिगरेट से दागने के भी लगे थे। इस मामले की जांच पुलिस अधीक्षक (शहर) के स्तर से चल रही है। युवक कक्षा 11 का छात्र है।
पीड़ित युवक ने इसकी शिकायत राज्य मानवाधिकार आयोग से भी की। आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति अखिलेश चंद्र शर्मा ने इस पर सुनवाई की। आयोग ने अपने अंतरिम आदेश में कहा कि इस शिकायत की एक प्रति आयोग के पुलिस महानिरीक्षक को भेजी जाए। आईजी इस मामले में अपनी आख्या चार सप्ताह में पेश करें। आयोग ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 14 सितंबर की तारीख तय की है।
आयोग ने शिकायत की एक प्रति देहरादून के एसएसपी को भेजी है। इसमें कहा गया है कि शिकायतकर्ता के कथन के आधार पर उसे व उसके परिवार की सुरक्षा के लिए नियमानुसार व्यवस्था की जाए।