बिगड़ते हालातः कोराना से रोजाना सात की मौत
उत्तराखंड में बीते एक माह में 210 लोग बने काल का ग्रास
सितंबर के अंत तक 40 हजार पहुंचेगा संक्रमितों का आंकड़ा
राज्य को अब एक पूर्णकालिक स्वास्थ्य सचिव की है जरूरत
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ रही है। हालात इशारा कर रहे हैं कि संक्रमितों और एक्टिव केसों की संख्या मुख्यमंत्री की आशंका को पार करके इस माह के अंत तक 40 हजार का आंकड़ा पार कर सकती है। गंभीर बात यह है कि बीते एक माह में 210 लोगों को इस महामारी ने अपना ग्रास बनाया है। ऐसे में एक पूर्णकालिक स्वास्थ्य सचिव की तैनाती की बात जानकार कर रहे हैं।
सरकार की ओर से कोरोना को लेकर जारी होने वाले आंकड़ों का गैर सरकारी संगठन सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फॉउंडेशन अध्ययन करके एक रिपोर्ट जारी करती है। इस संस्था के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने जो रिपोर्ट ट्वीट की है वो चौंकाने वाली है। अनूप के इस ट्विट के अनुसार तीन अगस्त तक उत्तराखंड में कोरोना से होने वाले मृत्यु की संख्या महज 90 ही थी। आज तीन सितंबर को यह संख्या 300 पहुंच चुकी है। आंकड़ों की बात करें तो एक माह में 210 और रोजाना औसतन सात मौत।
उत्तराखंड में कोरोना से मौत का यह आंकड़ा वास्तव में चौंकाने वाला है। सरकारी सिस्टम की बात करें तो सूबे के वित्त सचिव को ही स्वास्थ्य महकमे का सचिव बना दिया गया है। ये जनाब अब सूबे की माली हालत को संभाले या फिर कोरोना पर काम करें। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि इस महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी किसी ऐसे अफसर को दी जाए, जिसके पास कोरोना के चलते कोई और जिम्मेदारी न हो। ऐसे में यह अफसर इस महामारी पर नियंत्रण के लिए बेहतर कदम उठा सकेगा।