ठाकरे करेंगे उत्तराखंडी प्रवासियों की मदद
मुंबई में फंसे ढाई हजार, सूबे के सांसद और विधायकों ने साधा मौन
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। मुंबई में अभी भी ढाई हजार के करीब उत्तराखंड प्रवासी फंसे हैं। घर वापसी को परेशान इन लोगों की सूबे के सांसद या विधायक सुन ही नहीं रहे हैं। एक प्रवासी संगठन के ट्वीट पर महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने इनकी मदद का आश्वासन दिया है। आदित्य ने इस काम के लिए कुछ लोग नियुक्त भी कर दिए हैं।
सरकार की पहल पर मुंबई से तमाम प्रवासियों को वापस लाया जा चुका है। फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने भी वरिष्ठ पत्रकार उमेश की पहल पर तमाम लोगों को वापस भिजवाया है। इसके बाद भी लगभग ढाई हजार उत्तराखंडी मुंबई में ही फंसे हुए हैं। पिछले दो महीने से प्रवासियों को उत्तराखंड भेजने की मुहिम में जुटी एक टीम की प्रमुख श्वेता मासीवाल के अनुसार सभी की सूची तैयार हो चुकी है। लेकिन ढाई हजार श्रमिकों को उत्तराखंड अपनी दम पर भेज पाना उनकी टीम के बस में नहीं है। इसके लिए उत्तराखंड सरकार के साथ ही सोनू सूद से भी संपर्क किया गया है। तमाम कोशिशों के बाद भी उत्तराखंड सरकार के स्तर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल पा रहा है। अधिकांश लोगों ने यहां से जाने के बाद बाकी बचे प्रवासियों के सामने और भी संकट आ रहा है।
सात जून को उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के सीएम के साथ ही महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे को इस बारे ट्वीट करके इन ढाई हजार लोगों की मदद का आग्रह किया था। इस आदित्य ठाकरे ने रि-ट्वीट के जरिए बताया कि इनकी मदद के लिए राहुल कंनल को लगाया गया है। श्वेता के मुताबिक कंनल से उनसे फोने पर पूरी जानकारी ली और जल्द ही उत्तराखंडी प्रवासियों की मदद का आश्वासन दिया है।
अहम बात यह है कि रास और लोस को मिलाकर कुल आठ सांसद इस उत्तराखंड में हैं। इसके साथ ही 71 विधायक भी हैं। उत्तराखंड कैडर का एक वरिष्ठ आईएएस अफसर भी मुंबई में तैनात हैं। इसके बाद भी इन उत्तराखंडियों की सुध कोई नहीं ले रहा है। एक स्वयं सेवी संस्था इनकी मदद करने की कोशिश कर रही है तो किसी को इतनी फुर्सत नहीं है कि संस्था से ही बात करके मुंबई में फंसे ढाई हजार प्रवासियों की वापसी पर कोई पहल कर सके।