स्वास्थ्य विभाग की नजर में नुकसानदेह तो मंडी की नजर में नहीं
अपर सचिव ने टनल बंद करने का दिया है आदेश
टनल चालू रखने के पीछे मंडी प्रशासन के अपने तर्क
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। स्वास्थ्य विभाग ने सूबे की मंडियों में लगाईं गई सेनेटाइजर टनल को नुकसानदेह बताते हुए इन्हें तत्काल बंद करने को कहा है। लेकिन मंडी प्रशासन का कहना है कि इससे मानव शरीर को कोई खतरा नहीं है। ऐसे में इन्हें बंद नहीं किया जा सकता है।
पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव वाईके पंत ने सूबे की मंडियों में लगाईं गई सेनेटाइजर टनल को मानव शरीर के लिए नुकसानदेह बताते हुए इन्हें तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया था। इस आदेश में केंद्र सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन का हवाला दिया गया है। न्यूज वेट ने चार दिन बाद इस आदेश पर अमल की पड़ताल की तो जानकारी में आया कि अधिकांश टनल चल रहीं हैं और उन्हें बंद नहीं किया गया है।
इस बारे में मंडी निदेशक निधि यादव से बात की गई। उन्होंने कहा कि टनल चल रही हैं। इनसे मानव शरीर को कोई खतरा नहीं है। इसके जरिए मंडी में आने वाले ई रिक्शा भी सेनेटाइज हो रहे हैं। पीने के पानी तक में 5 एमजी तक क्लोरीन मान्य है। सेनेटाइज टनल में तो प्वाइंट-5 प्रतिशत ही केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह भी मंडी में आने वाले लोगों के कपड़ों को सेनाटाइज कर कर रहा है। वैसे भी अगर इस तरह की टनल से मानव शरीर को कोई नुकसान होता तो एम्स जैसे संस्थान क्यों उपयोग कर रहे होते।