कोरोना योद्धाः खाली है ‘नगद दान’ का कोटा
जिला प्रशासन रोजाना तीन कैटेगरी में घोषित करता है वॉरियर
न्यूज वेट ब्यूरो
देहरादून। जिला प्रशासन रोजाना लोगों को कोरोना वॉरियर घोषित करने के लिए तीन कैटेगरी बनाईं हैं। दो कैटेगरी में तो डीएम रोजाना नाम घोषित करते हैं। लेकिन ‘नगद दान’ वाली कैटेगरी के लिए डीएम को कोई नहीं मिलता है। ऐसे में यह कैटेगरी अभी तक खाली ही दिखाई दे रही है।
देहरादून जिलाधिकारी ने तय किया है कि कोरोना से जंग में प्रशासन का सहयोग करने वालों को रोजाना कोरोना वॉरियर घोषित किया जाएगा। इसके लिए डीएम ने तीन कैटेगरी तय की है। पहली है सिविल सोसायटी। इस वर्ग में स्वतंत्र संस्थाएं और सामाजिक संस्थाएं शामिल है। दूसरी कैटेगरी शासकीय विभाग में जिलेभर के सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। तीसरी कैटेगरी है मुख्यमंत्री राहत कोष। इस कैटेगरी में उस संस्था या व्यक्ति का नाम बतौर कोरोना वॉरियर घोषित किया जाना है, जिसने उस रोज इस राहत कोष में सर्वाधिक ‘नगद दान’ दिया हो।
यह फार्मूला तय करने के बाद जिलाधिकारी रोजाना कोरोना वॉरियर घोषित कर रहे हैं। जिलाधिकारी देहरादून के अधिकृत फेसबुक पेज की पिछले एक माह की पोस्ट खंगाली गई। इसमें एक अहम बात यह सामने आई कि तीसरी कैटेगरी यानि कि मुख्यमंत्री राहत कोष में दान, में किसी को भी कोरोना वॉरियर की उपाधि नहीं मिल रही है। सिविल सोसायटी और शासकीय विभाग कैटेगरी में जिलाधिकारी लोगों को रोजाना कोरोना वॉरियर की उपाधि बांट रहे हैं।
बताया जा रहा है कि तीसरी कैटेगरी बनाने के पीछे डीएम की मंशा मुख्यमंत्री राहत कोष में ज्यादा राशि जमा करवाने की थी। लेकिन हालात इशारा कर रहे हैं कि ‘नगद दान’ देकर जिलाधिकारी से कोरोना वॉरियर की उपाधि हासिल करने में लोगों की कोई रुचि नहीं हैं।