एक्सक्लुसिव

आटा मिल के खिलाफ क्यों न हो एफआईआर

बोली राज्यमंत्री रेखा, नए कट्टे न होने की वजह से हुआ पुरानों का इस्तेमाल

अल्मोड़ा शहर की एसडीएम ने दी ने भी तत्काल क्लीन चिट

पुराना आटा बांटने का मामला सोशल मीडिया में है वायरल

न्यूज वेट ब्यूरो

देहरादून। स्वतंत्र प्रभार वाली राज्यमंत्री रेखा आर्य के पति एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया में उनका एक वीडियो तो वायरल हो ही रहा है, यह भी वायरल हो रहा है कि राहत सामग्री के नाम पर पुराना आटा बांटा जा रहा है। राज्यमंत्री इसे आटा मिल की गल्ती बता रही हैं तो अल्मोड़ा सदर की एसडीएम ने आनन-फानन में इस आटे को क्लीन चिट जारी कर दी है। ये सवाल अभी बाजिब है कि पुराने तारीख का आटा मिल से बाहर निकला कैसे। क्या इस मामले में मिल स्वामी के खिलाफ एफआईआर नहीं होनी चाहिए।

कोरोना महामारी के इस दौर में हर कोई अपने तरीके से लोगों की मदद में जुटा है। यह अलग बात है कि मोदी जी की सलाह के विपरीत लोग अपनी दयानतदारी का जमकर प्रचार कर रहे हैं। ऐसा ही मामला स्वतंत्र प्रभार वाली वाली राज्यमंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाला साहू का सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। एक वीडियो में वे खाद्यान्न वितरित करते हुए कह रहे हैं कि पहचाना मुझे में रेखा आर्य का पति हूं।

मामला यहीं तक नहीं है। सोशल मीडिया में चल रहा है कि साहू ने जो आटा लोगों को बांटा है, उसके कट्टे पर 2018 की पैकिंग लिखी है। इस पर एक्सपायरी का जिक्र नहीं है। मामला तूल पकड़ा तो रेखा ने खुद ही मोर्चा संभाला। अपनी फेसबुक वॉल पर उन्होंने लिखा कि गलत प्रचार हो रहा है। आटा मिल के पास नई पैकिंग नहीं थी। लिहाजा उसने पुरानी पैकिंग में ही आटा पैक कर दिया। उऩका कहना है कि आटा खाने योग्य हैं। इसके समर्थन में उन्होंने अल्मोड़ा शहर की एसडीएम सीमा का एक पत्र भी संलग्न किया है। इसमें एसडीएम का कहना है कि आटे की जांच करवा ली गई है और ये खाने योग्य है। अब सवाल यह है कि उत्तराखंड में ऐसी कौन ही लैब है, जिसने महज चंद घंटों में ही आटे ही गुणवत्ता जांच ली। अगर आटा खाने योग्य है तो अहम बात यह भी है आटा मिल से पुराने कट्टों में बैगर एक्सपायरी लिखे ही आटा कैसे बाहर बेच दिया। इस मामले में क्या मिल स्वामी के खिलाफ एक्शन नहीं होना चाहिए।

आटे का सैंपल भेजा गया रुद्रपुर

इस मामले में एसडीएम सीमा विश्वकर्मा का कहना है कि सोमेश्वर तहसील उनके ही अधीन हैं। इस मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने आटे को खाने योग्य बताया है। आटे का सैंपल रुद्रपुर लैब भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाही की जाएगी। उनकी जानकारी में आया है राज्यमंत्री के पति की ओर से दो लोगों के खिलाफ एफआईआर के लिए तहरीर भी दी गई है। तहकीकात की जा रहा है कि आटा मिल का इस मामले में क्या दोष है।

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