अब तो मंत्री को भी नहीं मिल रही ‘तरजीह’ !
नहीं आए आला अफसर तो काबीना मंत्री ने भी छोड़ी कुंभ की बैठक
अधिकांश विभागों के अफसर रहे नदारत
महज दो आईएएस ही पहुंचे थे बैठक में
देहरादून। सूबे की अफसरशाही वरिष्ठ काबीना मंत्री की बैठक को भी तरजीह देते नहीं दिख रहे हैं। इसका नजारा आज शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की ओर से कुंभ को लेकर आहूत समीक्षा बैठक में दिखा। महज दो अफसर ही इस बैठक में पहुंचे। इससे खफा मंत्री जी बैठक लिए बगैर ही चले गए।
किच्छा विधायक राजेश शुक्ला का ऊधमसिंह नगर जिले के डीएम के खिलाफ दिया गया विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का मामला अभी ठंडा भी नहीं हो पाया था कि इस बार काबीना मंत्री कौशिश को गुस्सा होना पड़ा। बताया जा रहा है कि मंत्री जी ने कुंभ के कामों की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई थी। मंत्री जी तय समय पर बैठक में पहुंच गए। उस वक्त तक वहां केवल एक सचिव शैलेश बगोली ही थे। कुछ समय बाद लोनिवि सचिव आरके सुधांशु भी पहुंच गए।
लेकिन सिंचाई, लघु सिंचाई, स्वास्थ्य, गृह समेत अन्य विभागों के अफसर आए ही नहीं। अफसरशाही का ये हाल देखकर मंत्री जी भी भौचक रह गए। गुस्से से तमतमाए काबीना मंत्री बैठक लिए बगैर ही चले गए। यह मामला ब्यूरोक्रेसी में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां बता दें कि अभी चंद रोज पहले ही मुख्य सचिव की ओर से सभी अफसरों को एक आदेश जारी करके जनप्रतिनिधियों को सम्मान देने को कहा था। इस आदेश के तत्काल बाद पहले ऊधमसिंह नगर में किच्छा विधायक का मामला सामने आया और अब मंत्री की बैठक के प्रति अफसरों को इस तरह की उदासनीता सामने आई है।