ब्यूरोक्रेसी

काशी में महिला और बाल विकास विभाग की उपलब्धियों की धूम

स्मृति ने उत्तराखंड की मातृशक्ति को सराहा

केंद्र सरकार के आयोजन में देवभूमि की शिरकत

विभागीय सचिव के निर्देशन में टीम पहुंची काशी

देहरादून। तीर्थ नगरी काशी में महिला और बाल विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने  उत्तराखंड की महिला शक्ति की जम कर तारीफ की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि Childline का समन्वय खोया पाया पोर्टल और पुलिस हेल्प लाइन से किया जा रहा है।

केंद्र सरकार की ओर से जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड आदि प्रदेशों से अधिकारियों, सिविल सोसाइटी संगठन और केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थियों को काशी आमंत्रित किया गया। विभागीय सचिव हरि चंद्र सेमवाल के नेतृत्व में उत्तराखंड की टीम ने छह जून को ट्रेड प्रमोशन सेंटर काशी में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

काशी में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने वाली उत्तराखंड की टीम

उत्तराखंड के सामाजिक संगठनों में Sanguine सोसाइटी की प्रतिनिधि ने बालिका शिक्षा व पंचायत क्षमता निर्माण के कार्यों की जानकारी दी।मिराकी फाउंडेशन ने अवगत कराया कि उनके द्वारा अभिभावक मार्गदर्शन कार्यक्रम के द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में प्री स्कूल, मॉनिटरिंग व क्षमता संवर्धन के इनपुट दिए जा रहे हैं।

जनपद हरिद्वार के सलेमपुर गांव की गृहणी श्रीमती मेनका चौहान ने केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी कि उन्हें प्रधानमंत्री मातृ वंदना, आंगनवाड़ी टेक होम राशन व उनके  पुत्र अनंत को भारत सरकार के टीकाकरण व बाल विकास की योजनाओं का लाभ मिला है। केंद्रीय मंत्री ने मेनका की भाषण कला की तारीफ करते हुए कामना की कि उनकी क्षमताओं में निरंतर विकास हो। श्रीमती कमलप्रीत कौर ने मुद्रा लोन, श्रीमती से उनके जीवन मे हुए परिवर्तन की जानकारी दी। आन Cheritable ट्रस्ट काशीपुर की नमिता गुप्ता ने कहा कि उनके जीवन मे सशक्तिकरण करने में उनकी बेटी ने भूमिका अदा की है। जानकी देवी एजुकेशन वेलफेयर सोसाइटी देहरादून की कविता चतुर्वेदी ने स्टार्ट अप योजना के लाभ व covid 19 के बाद हुई प्रगति का परिचय दिया।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ने उत्तराखंड की मातृशक्ति की जिजीविषा को जमकर सराहा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने केंद्रीय योजनाओं और राज्य़ की योजनाओं में बेहतर काम किया है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास सतत जारी रखने की जरूरत है।

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