फर्जी संतोः सावधान अब बचोगे नहीं

वीआईपी के साथ फोटो खिंचवाकर ठगने वाले को दबोचा
संत के नाम पर बना ली सत्ता में पैठ
इसी दम पर करता रहा लोगों से लूट
आखिर किन लोगों ने की इसकी मदद
देहरादूऩ। धर्म के नाम वीआईपी लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर पर कुकर्म करने वालों की उत्तराखंड में खैर नहीं। ऐसे ही एक कुकर्मी को उत्तराखंड पुलिस ने धर दबोचा है। ये शख्श नेताओं और अफसरों के साथ फोटो खिंचवाकर लोगों से ठगी करने वाले को पुलिस से उसकी औकात दिखा दी है। अब ये भी देखना होगा कि किन लोगों ने एक नए सीएम को मुहरा बनाया और किसने डीजीपी को। बताया तो यह भी जा रहा है कि कई मामलों को लेकर चर्चा में रहने वाले विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी इस कथित गुरु के चेले हैं। एक केंद्रीय मंत्री की को फोटो भी इसके साथ वायरल हो रही हैं।
ऋषिकेश में रहने वाले एक कथित संत मंहेंद्र रोड उर्फ प्रियव्रत अनिमेष ने एक परिवार को अपने प्रभाव में लिया और उसका भला करने के नाम पर महिला से जेवरात हड़प लिए। मामला तूल पकड़ा और पुलिस में शिकायत हुई तो इस कथित संत ने तमाम फोटो वायरल कर दिए। इन फोटोज में वो नए-नए सीएम बने पुष्कर धामी के साथ ही डीजीपी अशोक कुमार और विस अध्यक्ष प्रेम अग्रवाल के साथ ही एक केंद्रीय मंत्री के साथ दिखाई दिया। उसे लगा कि पुलिस पीड़िता की शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लेगी। लेकिन पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज की और इस कथित संत को जेल भेज दिया। उसकी सीएम और अन्य नेताओं के साथ फोटोज काम नहीं आईं। सूत्रों का कहना है कि इस बात की जांच के आदेश दिए गए हैं कि आखिरकार किसकी सिफाऱिश या किसी के कहने पर सीएम ने इस फर्जी की कथित पुस्तक का विमोचन किया। यह भी देखा जा रहा है कि इस फर्जी संत के किस नेता या अफसर से क्या ताल्लुकात है।