कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर कोरोना का ‘ग्रहण’
हरिद्वार जिला प्रशासन ने गंगा स्नान पर लगाई रोक
उल्लंघन करने वालों पर दर्ज होगी एफआईआर
कुंभ आयोजन पर भी मंडरा रहे संकट के बादल
देहरादून। हरिद्वार जिला प्रशासन ने 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर होने वाले गंगा स्नान को स्थगित कर दिया है। अब श्रद्धालु गंगा स्नान नहीं कर सकेंगे। इसका उल्लघंन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। कोरोना के बढ़ते संकट के मद्देनजर अब जनवरी से शुरू होने वाले हरिद्वार कुंभ के आयोजन पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
हरिद्वार के जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने इस बारे में आदेश जारी कर दिया है। डीएम ने अपने आदेश में कहा है कि 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान है। इस मौके पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार आकर में विभिन्न घाटों पर स्नान करते हैं। कोविड-19 महामारी के चलते इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एकत्र होना उचित नहीं होगा। लिहाजा कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को स्थगित किया जाता है। यदि कोई व्यक्ति इस आदेश का उल्लघंन करता पाएगा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
इससे पहले कोविड-19 महामारी के चलते ही कावंड़ यात्रा को भी स्थगित किया गया था। इस समय कोरोना संक्रमण एक बार फिर से बढ़ता दिखाई दे रहा है। ऐसे में जनवरी-2021 से प्रस्तावित हरिद्वार कुंभ के आयोजन पर भी संकट के बादल मंडराते दिख रहे हैं। नैनीताल हाईकोर्ट ने भी उत्तराखंड सरकार से पूछा कि कुंभ आयोजन के लिए क्या-क्या व्यवथाएं की गईं हैं और कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सरकार क्या और एहितयाती कदम उठाने की तैयारी कर रही है।