एक्सक्लुसिव

इस्पात उद्योग पर छाया बंदी का संकट

एसपीएनजी ग्रुप ने पीएम और सीएम से की बचाने की गुहार

राहत न मिली तो बंद हो जाएंगे उद्योग

न्यूज वेट ब्यूरो

देहरादून। कोरोना संकट की वजह से इस्पात उद्योग पर बंदी की संकट मंडरा रहा है। एसपीएनजी ग्रुप ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि अगर तत्काल ही राहत की घोषणा नहीं की गई तो ये उद्योग पूरी तरह से बंद हो जाएंगे।

एसपीएनजी ग्रुप की इकाई गलबलिया इस्पात उद्योग प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक योगेश जिंदल ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना संकट का असर इस्पात उद्योग पर अभी से दिखाई देने लगा है। अगर तत्काल ही इस उद्योग को राहत नहीं दी गई तो ये उद्योग पूरी तरह से बंद हो जाएगा।

इस ज्ञापन में मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि लाकडाउन खत्म होने तक उद्योगों पर बकाया बिजली बिल की राशि को 12 समान किश्तों में लिया जाए। फरवरी के बाद के बिलों पर फिक्स चार्जेज खत्म करके बिजली की वास्तविक खपत का ही मूल्य लिया जाए। ग्रीन सेस को खत्म किया जाए, बकाया राशि पर सीपीएस चार्ज न वसूला जाए, टर्म लोन और कार्यशील पूंजी पर दो साल के लिए ब्याज पर सात फीसदी अनुदान दिया जाए। इसमें यह भी कहा गया है कि लाकडाउन खत्म होने के 45 दिनों के अंदर अगर कोई उद्योग समस्त बकाया राशि अदा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए।

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