देहरादून के मुख्य डाकघर (GPO) में खुला प्लास्टिक बैंक
देहरादून के मुख्य डाकघर (जीपीओ) में भी खुला प्लास्टिक बैंक
डाक विभाग के कर्मचारियों के परिवार भी जमा करेंगे घरों का प्लास्टिक कचरा
देहरादून।
देहरादून में लगातार प्लास्टिक बैंक स्थापित करने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए एसडीसी फाउंडेशन ने घंटाघर स्थिति मुख्य डाकघर (जीपीओ) परिसर में भी प्लास्टिक बैंक की स्थापना कर दी है। इस प्लास्टिक बैंक में पोस्ट ऑफिस के साथ ही इस परिसर में कार्यरत डाक विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों का प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट किया जाएगा।
इस नये प्लास्टिक बैंक की स्थापना के मौके पर मुख्य डाकघर में काम करने वाले डाक विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे। कार्यक्रम में प्रवर डाकपाल टिकम्बर सिंह गुसाईं,सहायक डाकपाल राजेन्द्र प्रसाद उनियाल सहित पोस्ट ऑफिस के विभिन्न अधिकारी एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
प्रवर डाकपाल टिकम्बर सिंह गुसाईं ने अपने संबोधन में कहा कि एसडीसी फाउंडेशन के द्वारा शुरू किया गया प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट पर्यावरण की सुरक्षा के दृष्टिगत एक सराहनीय प्रयास है, पोस्ट ऑफिस के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उक्त प्रोजेक्ट से जुड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस मौके पर एडीसी फाउंडेशन के दिनेश सेमवाल ने कहा कि अभी तक उनके द्वारा देहरादून में 135 प्लास्टिक बैंक स्थापित हो चुके हैं। अब मुख्य पोस्ट ऑफिस में प्लास्टिक बैंक की स्थापना एक नई पहल है। पोस्ट ऑफिस के विभिन्न विभागों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के अलावा इस प्लास्टिक बैंक में इस परिसर में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के घरों का प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट किया जाएगा।
प्रवीन उप्रेती ने कहा कि एडीसी फाउंडेशन की प्लास्टिक बैंक योजना सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के बाद अब घरों तक भी पहुंच बना रही है। उन्होंने कहा कि यदि घरों से ही प्लास्टिक कचरे को कलेक्ट कर रीसाइकिल करने के लिए भेज दिया जाए तो इससे एक तरफ जहां प्लास्टिक कचरा इधर-उधर नहीं बिखरेगा, वहीं दूसरी तरफ देहरादून नगर निगम के लिए भी कचरा उठाना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एसडीसी फाउंडेशन अपनी इस मुहिम को लगातार आगे बढ़ाता रहेगा।
एसडीसी फाउंडेशन की ओर से इस मौके पर अभिषेक भट्ट, सुभाष और बिट्टू भी मौजूद रहे।