उत्तराखंडराजनीति

जिला पंचायत अध्यक्ष उधम सिंह नगर रेनू गंगवार ने दिया इस्तीफा, सौरभ बहुगुणा से बताया खतरा

लोकसभा चुनाव नजदीक आते-आते आज कांग्रेस को नैनीताल लोकसभा से फिर एक तगड़ा झटका लगा है,जिला पंचायत अध्यक्ष उधम सिंह नगर रेनू गंगवार ने अपना इस्तीफा कांग्रेस कमेटी को लिख कर भेज दिया है। सौरभ बहुगुणा से उन्हें खतरा बताया है। उनका कहना है कि अनहोनी के जिम्मेवार कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा होगें।

देखें लेटर, पढ़िए….

https://newsweight24x7.com/wp-content/uploads/2024/04/DocScanner-29-Mar-2024-22-47.pdf

मैं सुरेश गंगवार पुत्र ईश्वरी प्रसाद गंगवार ग्राम व पो० बरा, तहसील किच्छा, जनपद ऊधम सिंह नगर का निवासी हूँ। साथ वर्ष 2012 में मैं सितारगंज विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से विधायक का चुनाव लड़ चुका हूँ। मेरी माताजी सुशीला गंगवार बर्ष 2003 से 2008 तक जनपद ऊधम सिंह नगर की जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं, तथा मेरे पिताजी ईश्वरी प्रसाद गंगवार जी बर्ष 2013 से 2018 तक जनपद ऊधम सिंह नगर के जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं, मेरी पत्नी वर्तमान में जनपद ऊधम सिंह नगर की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। (मेरा जीवन परिचय इस पत्र के साथ संलग्न है)

सितारगंज विधानसभा से मेरे चुनाव हारने के पश्चात भारतीय जनता पार्टी से किरन मण्डल विधायक निर्वाचित हुए थे। उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने किरन मण्डल से सीट खाली कराकर मेरे स्थान पर काग्रेंस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, और मेरे व मेरे परिवार द्वारा विजय बहुगुणा को पूरे मन से चुनाव लड़ाया गया था, इस दौरान श्री विजय बहुगुणा के सुपुत्र सौरभ बहुगुणा का सितारगंज में आना-जाना प्रारम्भ हो गया था, एवं तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की व्यस्तता को देखते हुए सौरभ बहुगुणा उनके प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते थे, सितारगंज में लगातार उनका आना-जाना लगा रहता था और उसी दौरान उनकी निकटता नानकत्ता निवासी गुरजीत सिंह, नानकमत्ता क्षेत्रार्न्तगत सिसईखेड़ा निवासी अमरजीत सिंह कटवाल एवं सिसैंया निवासी खतीब अहमद से हुई, उसके बाद इन् निकटता से सौरभ बहुगुणा मुझसे व मेरे परिवार से वेवजह दूरी बनाने लगे उनको लोग गुमराह करने लगे कि सबसे बड़ा कोई आपका राजनैतिक प्रतिद्वन्द्वी है तो वह सुरेश गंगवार है।

उसी दौरान त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव घोषित हो चुके थे, इनके परिवार का कॉग्रेंस में नीचे से लेकर दिल्ली दरबार तक अच्छा खासा दबदबा पूर्व से ही रहा है। और पंचायत चुनाव के दौरान जिला पंचायत सदस्य के रूप में मेरी मातजी सुशीला गंगवार सितारगंज के नकहा सीट पर तीसरी बार चुनाव लड़ रहीं थीं, और उस दौरान मेरा स्वास्थ्य भी खराब चल रहा था, इनके द्वारा जानवूझकर 1273मतों से मेरी माताजी की जीत की घोषणा होने के बाद मात्र 79मतों से चुनाव प्रशासन की मिलीभगत से हरवा दिया गया। तब मुझे भी एहसास हुआ कि यह लोग जानवूझकर मेरी राजनीति को शून्य करना चाहते हैं, उसी समय दूसरी सीट बरा पर मेरे पिताजी ईश्वरी प्रसाद गंगवार चुनाव लड़ रहे थे उनको भी इनके द्वारा वेईमानी कर हराने का असफल प्रयास किया गया लेकिन वह चुनाव जीतकर निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गये ।

उसी दौरान विजय वहुगुणा मुख्यमंत्री पद से हट गए और हरीश रावत उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री बने लेकिन सितारगंज क्षेत्र के विधायक विजय बहुगुणा थे, हरीश रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होने प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को देहरादून बुलाया और कहा कि प्रत्येक जनपद में किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायतराज सम्मेलन कराया जाये और ऐसा निर्देश उन्होने मेरे पिताजी जो उस समय जिला पंचायत अध्यक्ष थे उनको भी दिया।

ऐसी स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा कार्यक्रम की तिथि भी निर्धारित कर दी गयी, मेरे पिताजी द्वारा अपने गॉव ग्राम बरा के राजकीय इण्टर कालेज मैदान में पंचायत सम्मेलन की तैयारी प्रारम्भ कर दी, जिसमें केवल पंचायत प्रतिनिधियों एवं त्रिस्तरीय पंचायतीराज व्यवस्था के तहत व मेरे परिवार से रंजिश रखने लगे, भारतीय जनता पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा मुझे यह समझाया गया कि सौरभ बहुगुणा को टिकट फाइनल कर दिया गया है।

अब इन्हें को चुनाव लड़ाना है, इसके पश्चात मेरे द्वारा सौरभ बहुगुणा को चुनाव लड़ाया गया लेकिन यह परिवार मात्र तीन लोगो तक ही जिसमें क्रमशः गुरजीत सिंह, अमरजीत सिंह कटवाल एवं खतीब अहमद तक सीमित रह गया, यही तीनो लोग जलाशयों के ठेके दिलवाने लगे व केदारनाथ में पार्किंग एवं कैंटीन की व्यवस्था सहित मण्डी एवं पशुपालन तथा गन्ना विभाग ठेके इनके हस्तक्षेप से जिसे यह लोग चाहते उसी को कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की मिलीभगत से देने लगे।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के दबाव में कोई भी कुछ बोलने का तैयार नहीं है। जो भी इनके विरूद्ध बोलता है यह लोग अन्याय के विरूद्व आवाज उठाने वाले लोगो पर थाना सितारगंज एवं थाना किच्छा में मुकदमा पंजीकृत कराकर उसको जेल भिजवा देते हैं। ऐसे दर्जनों मुकदमें कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा सितारगंज के लोगो पर फर्जी रूप से दर्ज कराये जा चुके हैं, जिसके साक्ष्य भी हैं। जब मेरे द्वारा इन मुद्दो को प्रमुखता से मीडिया के समक्ष उठाया गया तो सौरभ बहुगुणा मुझसे और भी अधिक रंजिश रखने लगे।

साथ ही आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहूँगा कि वर्तमान में मेरी पत्नी रेनू गंगवार जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, और उनके विभाग में भी सौरभ बहुगुणा आये दिन हस्तक्षेप कर रहे हैं। पूर्व में हुई जिला पंचायत बोर्ड बैठक में नानकमत्ता जलाशय, बैगुल जलाशय, धौरा जलाशय, तुमड़िया जलाशय एवं वौर जलाशय में मत्स्य व मेरे परिवार से रंजिश रखने लगे,

भारतीय जनता पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा मुझे यह समझाया गया कि श्री सौरभ बहुगुणा को टिकट फाइनल कर दिया गया है, अव इन्हें की चुनाव लड़ाना है, इसके पश्चात मेरे द्वारा श्री सौरभ बहुगुणा को चुनाव लड़ाया गया लेकिन यह परिवार मात्र तीन लोगो तक ही जिसमें क्रमशः गुरजीत सिंह, अमरजीत सिंह कटवाल एवं खतीब अहमद तक सीमित रह गया, यही तीनो लोग जलाशयों के ठेके दिलवाने लगे व केदारनाथ में पार्किंग एवं कैंटीन की व्यवस्था सहित मण्डी एवं पशुपालन तथा गन्ना विभाग ठेके इनके हस्तक्षेप से जिसे यह लोग चाहते उसी को कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की मिलीभगत से देने लगे, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के दबाव में कोई भी कुछ बोलने का तैयार नहीं है । जो भी इनके विरूद्व बोलता है यह लोग अन्याय के विरूद्व आवाज उठाने वाले लोगो पर थाना सितारगंज एवं थाना किच्छा में मुकदमा पंजीकृत कराकर उसको जेल भिजवा देते हैं। एैसे दर्जनों मुकदमें कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा द्वारा सितारगंज के लोगो पर फर्जी रूप से दर्ज कराये जा चुके हैं, जिसके साक्ष्य भी हैं। जब मेरे द्वारा इन मुद्दो को प्रमुखता से मीडिया के समक्ष उठाया गया तो श्री सौरभ बहुगुणा मुझसे और भी अधिक रंजिश रखने लगे।

साथ ही आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहूँगा कि वर्तमान में मेरी पत्नी श्रीमती रेनू गंगवार जिला पंचायत अध्यक्ष हैं, और उनके विभाग में भी श्री सौरभ बहुगुणा आये दिन हस्तक्षेप कर रहे हैं। पूर्व में हुई जिला पंचायत बोर्ड बैठक में नानकमत्ता जलाशय, बैगुल जलाशय, धौरा जलाशय, तुमड़िया जलाशय एवं वौर जलाशय में मत्स्य पालन के ठेको में हुई अनियमित्ता का प्रकरण जिला पंचायत सदन में मा० सदस्य श्री हरदेव सिंह हैरी द्वारा यह कहकर उठाया गया कि जलाशयों की निविदाएं जानबूझकर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के इशारे पर 5 वर्षो से बढ़ाकर 10बर्षो हेतु

हरियाणा / राजस्थान निवासी ठेकेदार अजमेर सिंह एवं द्वितीय निविदादाता अनीता सिंह जो कि अजमेर सिंह की पत्नी हैं को लाभ पहुंचाने के लिए शर्तों में बदलाव कर अजमेर सिंह को लाभ पहुँचाया गया है, जिसकी सी०बी०आई० जॉच कराये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसी प्रकरण को किच्छा के सम्मानित विधायक श्री तिलकराज बेहड़ जी द्वारा विधानसभा सत्र में उठाते हुए जलाशयों के ठेकों में वरती गई अनियमित्ताओं को ध्यान में रखते हुए सी०बी०आई० जॉच की मॉग की गई है, जिससे कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा को लगने लगा कि यह सभी काम सुरेश गंगवार के इशारे पर हो रहे हैं । जिस कारण यह मुझसे और अधिक रंजिश रखते हुए जिला पंचायत में दखलअंदाजी कर अपर मुख्य अधिकारी तेज सिंह एवं वित्तीय परामर्शदाता उमेद सिंह डांगी को संरक्षण देकर विकास कार्यो में वाधा पहुॅचाने लगे, जबकि जिला पंचायत सदन द्वारा जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी तेज सिंह एवं वित्तीय परातर्शदाता उमेद सिंह डांगी के विरूद्व निन्दा प्रस्ताव पारित कर स्थानान्तरण का प्रस्ताव भी पारित हो चुका है, लेकिन कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा व्यक्तिगत रूप से पंचायतीराज के उच्चाधिकारियों से मिलकर इनके स्थानान्तरण रोकने का प्रयास कर रहे हैं ।

आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहूँगा कि मेरे अधिकतर रिश्तेदार भारतीय जनता पार्टी में पदो पर आसीन हैं, उनके यहाँ सदैव मेरा आना-जाना लगा रहता है ऐसी स्थिति में सौरभ बहुगुणा एवं इनके पिताजी विजय बहुगुणा को लगा कि मैं भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का प्रयास कर रहा हूँ, तब इन्ही की शह पर इन्ही के साथी सितारगंज निवासी मोहित तिवारी, अल्मोड़ा निवासी नरेश राना एवं नाकनमत्ता निवासी गुरजीत सिंह ने मिलकर बर्ष 2021 में जिस दौरान कोरोना काल चल रहा था, जिसमें मेरी माताजी एवं मेरी बड़ी बहन का कोरोना से निधन हुआ था, उसी समय जानवूझकर मेरी फेसवुक आई०डी० हैक कर ए0आई0 का प्रयोग कर मेरी अश्लील वीडियो वनाकर वायरल की गई थी, क्योंकि 2022 का विधानसभा चुनाव होना था, और सौरभ
बहुगुणा यह जानते थे कि सुरेश गंगवार भी विधायकी का चुनाव लड़ेगें, उसी दौरान इनके साथियों/हैकरो द्वारा वीडियो वायरल करने के नाम पर मुझसे धनराशि की मांग भी की गई थी। जिसमें मेरी पत्नी रेनू गंगवार के स्टेनो द्वारा दिनॉक 09 मई, 2021 को थाना पुलभट्टा में एक एफ0आई0आर0 भी दर्ज करायी गयी थी । उसके उपरान्त भी वर्तमान में जब इनको लगा कि मैं भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर रहा हॅू तो पुनः मेरी उक्त फर्जी अश्लील वीडियो वायरल कर मेरी छवि को धुमिल करते हुए वीडियो को जगह-जगह ग्रुप में पहुँचाया गया जिसके सम्बन्ध में मेरे द्वारा अपने अधिवक्ता के माध्यम से इनको नोटिस जारी कराते हुए मानहानि के मुकदमें की चेतावनी दी गई है।

आपको यह भी अवगत कराना है कि मुझे विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सौरभ बहुगुणा एवं इनके पिताजी विजय बहुगुणा द्वारा काग्रेंस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष करन महरा को फोन कर यह भी दबाब बनाया गया है कि सुरेश गंगवार को काग्रेंस से निष्कासित किया जाए, इनको बहुगुणा यह जानते थे कि सुरेश गंगवार भी विधायकी का चुनाव लड़ेगें, उसी दौरान इनके साथियों / हैकरो द्वारा वीडियो वायरल करने के नाम पर मुझसे धनराशि की मांग भी की गई थी। जिसमें मेरी पत्नी रेनू गंगवार के स्टेनो द्वारा दिनांक 09 मई, 2021 को थाना पुलभट्टा में एक एफ0आई0आर0 भी दर्ज करायी गयी थी । उसके उपरान्त भी वर्तमान में जब इनको लगा कि मैं भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर रहा हॅू तो पुनः मेरी उक्त फर्जी अश्लील वीडियो वायरल कर मेरी छवि को धुमिल करते हुए वीडियो को जगह-जगह ग्रुप में पहुँचाया गया जिसके सम्बन्ध में मेरे द्वारा अपने अधिवक्ता के माध्यम से इनको नोटिस जारी कराते हुए मानहानि के मुकदमें की चेतावनी दी गई है।

आपको यह भी अवगत कराना है कि मुझे विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि सौरभ बहुगुणा एवं इनके पिताजी विजय बहुगुणा द्वारा काग्रेंस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष करन महरा को फोन कर यह भी दबाब बनाया गया है कि सुरेश गंगवार को काग्रेंस से निष्कासित किया जाए, इनको मैं बीजेपी में शामिल नहीं होने दूंगा आप काग्रेंस से इनको निष्कासित कर दो जिससे यह कहीं के न रहें।

महोदय दिनॉक 28.03.2024 को मेरे आदर्श गुरू वावा तरसेम सिंह जी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई है, जबकि पूरे जनपद को यह अवगत है कि वावा तरसेम सिंह जी के यहाँ पर मेरा आना-जाना कई बर्षो से लगा हुआ है । क्योंकि सौरभ बहुगुणा के साथ रहने वाले व्यक्ति गुरजीत सिंह, अमरजीत सिंह कटवाल, आपराधिक छवि के गुरदीप सिंह चौहान उर्फ दीपा, लक्खा सिंह, एवं बिल मेरे तथा मेरे आदर्श गुरू वावा तरसेम सिंह जी के विरूद्ध तरह-तरह के पणयन्त्र रचते रहते हैं। मुझे अदेंशा है कि जव भी मैं अपने आदर्श गुरू वावा तरसेम सिंह जी से मिलने जाता था तो उसकी मुखबिरी नानकमत्ता निवासी गुरजीत सिंह एवं अमरजीत कटवाल सौरभ बहुगुणा से करते रहते थे, इसकी भी जॉच होना आवश्यक है साथ इनके नाम पर अन्यों राज्यों से भी शस्त्र लाईसेंस बने हुए हैं, जिनकी भी जॉच कराया जाना अति आवश्यक है। महोदय रोहतक हरियाणा निवासी जिस अजमेर सिंह को ठेका जनपद ऊधम सिंह नगर के जलाशयों का हुआ है वह वाहुवली किस्म का व्यक्ति है,

उपरोक्त व्यक्तियों से भी उसका सम्बन्ध बना हुआ है, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के फुफेरे भाई मंयक जोशी जो वर्तमान में लखनऊ में रहते हैं, इनकी लगातार फोन पर अजमेर सिंह से बात होती रहती है, जिसकी कॉल डिटेल निकलवाया जाना आवश्यक है । जबकि अजमेर सिंह एवं उपरोक्त व्यक्तियों को लगता है कि जलाशयों में हुए ठेको की अनियमित्ता का मामला सुरेश गंगवार द्वारा उठवाया गया है, यह मुझसे रंजिश रख रहे हैं, तथा यह लोग खुलेआम अवैध हथियार लेकर क्षेत्र में घूमते हैं । मेरा सदैव उत्तर-प्रदेश, हरियाणा एवं राजस्थान राज्य में आना-जाना लगा रहता है, लोक सभा आदर्श चुनाव आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए मेरे एवं मेरे पारिवारिक सदस्यों को शस्त्र भी जमा कराये जा चुके हैं। और मेरे पास वर्तमान में कोई भी सुरक्षाकर्मी नहीं है, जबकि 2005 से लगातार मेरे पास गनर / सुरक्षा रही है, मुझे अदेंशा है कि कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा मुझे किसी भी षणयन्त्र के तहत फर्जी मुकदमें में फंसा सकते हैं, या किसी षणयन्त्र के तहत उपरोक्त स्थानीय या बाहरी लोगो के साथ मिलकर मेरी हत्या करवा सकते हैं । महोदय आपसे यह भी सादर अनुरोध करना चाहूँगा कि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के साथ रहने वाले नानकमत्ता निवासी गुरजीत सिंह एवं अमरजीत सिंह कटवाल, सितारगंज निवासी गुरदीप सिंह चौहान एवं मोहित तिवारी, सितारगंज के सिसैंया निवासी खतीब अहमद, सितारगंज के विथा निवासी लक्खा सिंह एवं सितारगंज निवासी दलबीर सिंह बल के कॉल डिटेल की जॉच कराया जाना भी अति आवश्यक है । मेरे साथ होने वाली किसी भी अनहोनी के जिम्मेवार कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा होगें ।

अतः आपसे सादर अनुरोध करना चाहूँगा कि उपरोक्त समस्त तथ्यों एवं मेरी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुझे एवं मेरे परिवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा / अंगरक्षक

उपलब्ध कराने की कृपा करें, साथ ही मेरे नाम दर्ज लाईसेंसी पिस्टल एंव रायफल को मेरे पास चुनाव के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से रखे जाने की अनुमति भी प्रदान करने की कृपा करें।

साथ ही महोदय आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहूँगा कि कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा आये-दिन जनपद के कुछ राजनैतिक व्यक्तियों से यह भी कहते हैं कि जिस दिन मैं उत्तराखण्ड राज्य का मुख्यमंत्री बना उस दिन सुरेश गंगवार एवं इसके परिवार को नेश्तानाबूत कर दूँगा।

महोदय उपरोक्त सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें ।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button