स्वस्थ रहने को भोजन में मिलेट्स का करें प्रयोगः भारती
एम्स में मिलेट्स कैफे की मीनू सिंह ने राज्यमंत्री को दी जानकारी
देहरादून। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री भारती प्रवीन पवार ने रविवार को एम्स ऋषिकेश परिसर में ‘श्रीअन्न कैफे’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि हम अपने दैनिक जीवन में मोटे अनाज से तैयार भोजन को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि खासतौर से युवा पीढ़ी को मोटे अनाज से तैयार भोज्य पदार्थ का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
एम्स ऋषिकेश के गेट नंबर- 2 के समीप रविवार को श्रीअन्न कैफे ( मिलेट कैफे ) का उद्घाटन किया गया। एम्स में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं तथा फैकल्टी सदस्य, चिकित्सक और कर्मचारियों को इस कैफे में मोटे अनाज पर आधारित भोज्य पदार्थ परोसे जाएंगे। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री भारती प्रवीन पवार ने कहा कि मोटे अनाज पर आधारित भोजन की हमारे दैनिक जीवन में विशेष महत्ता है। उन्होंने कहा कि ‘स्वस्थ खाएं और स्वस्थ रहें’ का नारा तभी साकार होगा जब हमारी युवा पीढ़ी जंग फूड की जगह मोटे अनाज पर आधारित भोजन को अपने दैनिक जीवन में उपयोग करेगी।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने राज्यमंत्री भारती पवार को छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल मैस में बनाए जाने वाले मोटे अनाज आधारित भोजन की विस्तृत जानकारी दी। प्रोफेसर( डॉ.) मीनू सिंह ने कहा कि संस्थान मिलेट आधारित भोजन बनाने पर विशेष गंभीरता अपना रहा है और इसे अपनाने के लिए छात्र छात्राओं को भी प्रेरित कर रहा है।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि मैं एम्स ऋषिकेश परिसर को देखकर काफी प्रभावित हूं। खासतौर पर संस्थान में मरीज़ों को मिलने वाले इलाज की सुविधाएं बेहतर हैं”। उन्होंने कहा की केंद्र सरकार आम जनमानस के स्वास्थ्य के प्रति विशेष चिंतित है और हमें चाहिए कि हम अनुसंधान के क्षेत्र में अधिक से अधिक कार्य करें। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री भारती प्रवीन पवार ने संस्थान के परिसर में रुद्राक्ष का पौधा रोपा।
इस अवसर पर संस्थान की डीन एकेडमिक्स प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, डॉ. वंदना धींगरा, डॉ. गीता नेगी, डॉ. विनोद, डॉ रजनीश अरोड़ा, डॉ. मृदुल धर, डॉ. निधि केले, डॉ. रोहित गुप्ता, डा. नीति गुप्ता, डॉ. आशीष भूते, डॉ. अनीश गुप्ता, डॉ. राज राजेश्वरी, डॉ. रवि गुप्ता,डॉक्टर अनन्या दास, डॉ. जितेंद्र चतुर्वेदी, डॉ. मृदुल धर,डॉक्टर संतोष कुमार, डॉ. आशीष जैन, डॉ. राकेश शर्मा और इंजीनियर विपुल मिश्रा सहित संस्थान के संकाय व अन्य मौजूद रहे।