वायरल अड्डा

वैट मामलों पर एकपक्षीय निर्धारण का खतरा

वित्तीय वर्ष 2016-17 के वैट मामलों की 31 मार्च है आखिरी तारीख

लाकडाउन की वजह से टैक्स सीएचआर बार एसोसिएशन नहीं कर पा रही पैरवी 

न्यू वेट ब्यूरो

देहरादून। वित्तीय वर्ष 2016-17 के वैट मामलों के निर्धारण की अंतिम तारीख 31 मार्च-20 है। करोना खतरे की वजह से इनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है और एक पक्षीय वैट निर्धारण का खतरा है। टैक्स सीएचआर बार एसोसिएशन ने उत्तराखंड के व्यापारियों के वैट के वर्ष 2016-17 के कर निर्धारण केसों की समयवधि  बढाने की मांग मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव वित्त तथा आयुक्त कर को ई-मेल से ज्ञापन भेज कर की है।

एसोसिएशन अघ्यक्ष नदीम उद्दीन (एडवोकेट) की ओर से भेजे गए इस ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तराखंड के व्यापारियों के वैट के वर्ष 2016-17 के कर निर्धारण केसों की समयवधि 31 मार्च 2020 नियत की गयी है। लेकिन बहुत बड़ी संख्या में यह केस वाणिज्य कर विभाग में सैटल नहीं हो पाए हैं। इसके बाद कालबाधित होने के कारण इनका एकपक्षीय निर्धारण करके टैक्स लगने का खतरा व्यापारियों पर मंडरा रहा है। व्यापारियों, एकाउन्टेंट तथा सीए व कर अधिवक्ताओं पर इस दबाव के चलते उन्हें लाक डाउन में भी घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है।

ऐसे में 2016-17 के कर निर्धारण केसों का समय कम से कम छह माह बढ़ाकर इसकी सूचना प्रसारित करना तथा पूर्व की भांति अधिकतर केसों बिना कार्यालय बुलाये दाखिल विवरणों के आधार पर डीम्ड रूप से करने के आदेश किया जाना आवश्यक है।

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