वायरल अड्डा

कोरोनाःउत्तराखंड में भयावह हो सकते हैं हालात !

सीएम बोले, प्रवासियों के लौटने पर 25 हजार हो सकती है संक्रमितों की संख्या

पांच हजार लोगों को करना पड़ सकता है भर्ती

उस वक्त पांच सौ वेंटिलेटरों की होगी जरूरत

सरकार ने कर लिए हैं तमाम जरूरी इंतजामात

न्यूज वेट ब्यूरो

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को आशंका है कि आने वाले समय में प्रवासियों के लौटने की वजह से उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 25 हजार तक जा सकती है। भगवान न करे कि ऐसा हो। लेकिन अगर सीएम की आशंका सच साबित हुई तो उत्तराखंड के हालात भयावह हो सकते हैं। अलबत्ता सीएम ने यह दावा भी किया है कि किसी भी हालात से निपटने को सरकार ने पुख्ता इंतजामात कर लिए हैं।

पिछले दिनों ई-रैबार आयोजन में सीएम ने कहा कि दो-सवा दो लाख प्रवासी उत्तराखंड लौट रहे हैं। हम ये मानकर चलते हैं कि इनमें से 25 हजार लोग इंफेक्टिट (कोरोना संक्रमित) हो सकते हैं। हम ये भी मानकर चलते हैं कि इनमें से पांच हजार लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। हम यह भी मानकर चलते हैं कि पांच सौ लोगों के लिए वेंटिलेटर की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन सरकार ने किसी ही हालात से निपटने के लिए पुख्ता तैयारियां कर ली हैं।

अब मुख्यमंत्री ने खुद ही आशंका जताई है तो निश्चित तौर पर उनके पास इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी होगी। भगवान न करे कि ऐसी नौबत आए और उत्तराखंड में ऐसे भयावह हालात पैदा हो। गौरतलब है कि इस समय सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या 21 हजार के आसपास है। वहां के क्या हालात है, ये किसी से छुपा नहीं है। उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहले से ही बदहाल हैं। उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों में अधिकांश पर्वतीय क्षेत्र में ही हैं। अगर कोरोना संक्रमितों की इतनी ज्यादा संख्या पर्वतीय क्षेत्रों में पहुंचती है तो हालात बेहद गंभीर हो जाएंगे। शायद यही वजह है कि सोशल मीडिया में इन दिनों मांग हो रही है कि लौट रहे प्रवासियों को मैदानी जनपदों में कोरंटीन कराया जाए। यह अवधि पूरी होने और पूरी जांच के बाद ही इन्हें पर्वतीय क्षेत्रों में जाने की अनुमति दी जाए।

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